Uttrakhand News :समान नागरिक संहिता की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए गठित कमेटी ने अपना कार्य किया पूरा,नए साल में किया जाएगा लागू
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि समान नागरिक संहिता की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए जो कमेटी गठित की गयी थी, उसने अपना कार्य पूरा कर लिया है। जिसे नए साल में लागू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने ढाई वर्षों में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं।
सरकार ने सख्त नकल विरोधी कानून राज्य में लागू किया है। मतांतरण के लिए दस साल की सख्त सजा का प्राविधान किया गया है। देवभूमि का मूल स्वरूप बना रहे इसके लिए काफी जमीन अतिक्रमणमुक्त करायी गयी है। सरकारी नौकरियों में मातृशक्ति को 30 प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण प्रदान किया गया है।
सोमवार को श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े की आचार्यपीठ पर आयोजित दिव्य आध्यात्मिक महोत्सव के द्वितीय दिवस के प्रथम सत्र को संबोधित करते मुख्यमंत्री धामी ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए विकल्प रहित संकल्प लिया है। सभी के आशीर्वाद से उत्तराखंड को श्रेष्ठ राज्य बनाएंगे।
पीएम मोदी का जिक्र
पीएम मोदी का उल्लेख करते मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उनके नेतृत्व में निरंतर सांस्कृतिक उत्थान हो रहा है। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण प्रगति पर है। काशी कारिडोर के साथ ही उज्जैन भव्य स्वरूप ले चुका है। केदारनाथ धाम एक नए कलेवर में निखर रहा है। बदरीनाथ में अनेक कार्य कराए जा रहे हैं। केदारनाथ रोपवे और हेमकुंड रोपवे का कार्य प्रगति पर है।
मानस खंड में जितने भी मंदिर हैं उनका सर्किट बनाने का कार्य प्रगति पर है। प्रधानमंत्री ने आदि कैलाश तथा पार्वती कुंड के दर्शन भी किए। प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व का परिणाम है कि आज पूरा विश्व मार्गदर्शन के लिए भारत की ओर देखता है। मुख्यमंत्री धाम ने कहा कि सनातन धर्म जिन तथ्यों और सिद्धांतों पर आधारित है वे मानव निर्मित नहीं है। वे इस सृष्टि में स्वमेव अस्तित्व में आए हैं। यह सृष्टि का स्वाभाविक धर्म है। इसलिए यह सनातन है। कहा कि सनातन था है और रहेगा।
जूना पीठाधीश्वर के व्यक्तित्व में है चुंबकीय तत्व
हरिद्वार: जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज का उल्लेख करते मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उनके व्यक्तित्व में चुंबकीय तत्व है। जो भी उनके संपर्क में आता है वह उनकी ओर खिंचा चला जाता है। कहा कि यहां समृद्ध संत परंपरा का एक साथ दर्शन हो रहा है।
जो वसुधैव कुटुंबकम को चरितार्थ कर रहा है। कहा कि जूना पीठाधीश्वर भारत को विश्व गुरु के पद पर प्रतिस्थापित करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहते हैं। यह उत्सव आध्यात्मिक जागरण के क्षेत्र में नई पीढी का मार्ग प्रशस्त करेगा।