उत्तराखंड:कुवैत यूनिवर्सिटी में नौकरी के झांसे में आकर असिस्टेंट प्रोफेसर हुआ ठगी का शिकार
कुवैत यूनिवर्सिटी में नौकरी दिलाने के नाम पर एक असिस्टेंट प्रोफेसर को ठग लिया गया। उन्हें गुरुग्राम की एचआर फर्म ने संपर्क किया था। इसके बाद रजिस्ट्रेशन, वीजा सिक्योरिटी, रेजिडेंस सिक्योरिटी आदि के नाम पर अलग-अलग खातों में 1.23 लाख रुपये जमा करा लिए गए।अब उनसे और पैसों की मांग की जा रही थी। शिकायत पर प्रेमनगर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जाने मामला
मामले में डॉ. कुंदन कुमार चौबे ने शिकायत की। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह उत्तरांचल यूनिवर्सिटी में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर तैनात थे। उन्होंने तीन अप्रैल 2023 को जॉब छोड़ने के लिए यूनिवर्सिटी को नोटिस दिया था। उन्हें 29 अप्रैल को यूनिवर्सिटी ने रिलीव कर दिया। वह नौकरी की तलाश कर रहे थे। इसी बीच उनके दोस्त ने एक जॉब अलर्ट उनकी ई-मेल पर भेजा। यह ई-मेल शाइन डॉट कॉम की ओर से आया हुआ था। इसी तरह का ई-मेल उन्हें भी आया था। इसमें लिखा था कि कुवैत यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर और प्रोफेसर की भर्ती की जा रही है।
ई-मेल में आए नंबर पर उन्होंने कॉल किया। बात करने वाले ने खुद को जेट कर्व हायरिंग का कंसल्टेंट गौरव शर्मा बताया। उनसे रजिस्ट्रेशन के रूप में एक हजार रुपये कंपनी के खाते में जमा करवाए। इसके बाद 18 अप्रैल को उनके पास फोन आया कि उनका नाम असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए चुना गया है। 20 अप्रैल की सुबह कुवैत के एक नंबर से फोन आया और उनसे फोन पर ही इंटरव्यू भी ले लिया।
इसके बाद गौरव शर्मा का फोन आया और कहा कि वीजा सिक्योरिटी व रेजिडेंट सिक्योरिटी के लिए और रुपये जमा करने होंगे। उन्होंने बिना सोचे समझे करीब 1.22 लाख रुपये विभिन्न खातों में जमा कर दिए। इसके बाद उनसे फिर से पैसों की मांग की गई तो उन्होंने मना कर दिया।
एंबेसी में सत्यापन किया तो धोखाधड़ी का चला पता
उन्होंने कुवैत एंबेसी में सत्यापन किया तो पता चला कि इस तरह की किसी भी प्रकार की जॉब कुवैत यूनिवर्सिटी ने नहीं निकाली है। यह रिपोर्ट उन्होंने नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर भी कर दी, लेकिन देर होने के कारण कोई मदद नहीं हो सकी। एसओ प्रेमनगर पीडी भट्ट ने बताया कि मामले में डॉ. चौबे की शिकायत पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
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