केदारनाथ यात्रा के लिये निर्धारित की यात्रियों की संख्या अब प्रतिदिन साढ़े सात हजार यात्री ही जाएंगे–स्वास्थ्य मंत्री ने की अपील
केदारनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। 6 मई से शुरू हुई यात्रा में अभी तक 1 लाख 70 हजार से अधिक भक्त बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं। प्रदेश सरकार ने एक दिन में केदारनाथ जाने वाले यात्रियों की संख्या 13000 निर्धारित की है। वहीं अब प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत एक दिन में सात से साढ़े सात हजार यात्रीयों के ही धाम में जाने की अपील कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री के हिसाब से धाम में व्यवस्थाएं चाक चैबंद हैं, लेकिन 10 दिन की यात्रा में ही 12 लोगों की मौत हो चुकी है और 20 से अधिक लोग घायल व चोटिल हो चुके हैं।
केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा बेहद ही दुर्गम है। जबकि हेलीकॉप्टर से जाने वाले यात्री की यात्रा आसान हो जाती है। हेलीकॉप्टर से जहां मात्र 10 से 15 मिनट में केदारनाथ पहुँचा जाता है। वहीं पैदल मार्ग की 18 से 20 किमी की दूरी को पूरा करने में कई घंटे लग जाते हैं। केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा करने वाले यात्रियों को कई दुष्वारियों से होकर भी गुजरना होता है ओर खासकर बुजुर्ग यात्रियों को। पैदल मार्ग पर जहां बारिश और ठंड से तबियत खराब होने का भय है। वहीं घोड़े-खच्चरों का धक्का लगने से खाई में गिरने का डर। ऐसे में यात्रियों को संभल कर बाबा केदार की पैदल यात्रा संभल कर करनी चाहिए। एक ही रास्ते से घोड़े-खच्चरों और पैदल यात्रा का संचालन होता है।
धाम में जहाँ सिक्स सिग्मा और विवेकानन्द फाउंडेशन अपनी स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे हैं। वहीं पैदल यात्रा मार्ग पर जगह जगह स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की इकाईयां खोली गई हैं, लेकिन ये सब इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि केदारनाथ यात्रा पर आने वाले यात्रियों को कोई परेशानी नहीं होगी। प्रदेश सरकार ने बेहतर इंतजाम किए हैं, लेकिन यात्रियों की हर रोज हो रही मौतें सरकार के दावों की पोल खोल रही हैं। प्रदेश सरकार ने केदारनाथ यात्रा पर आने वाली भीड़ को कन्ट्रोल करने के लिए एक दिन में धाम जाने वाले यात्रियों की 13000 संख्या निर्धारित की है,
लेकिन अब स्वास्थ्य मंत्री एक दिन में साथ से साढ़े सात हजार यात्रियों के ही धाम में जाने की अपील कर रहे हैं। साथ ही स्वास्थ्य मंत्री का यह भी कहना है कि चारो धामों में आने वाले यात्रियों को कोई भी परेशानी न हो इस बात का ख्याल सरकार रख रही है।