Holi 2023: क्या आपने देखी अल्मोड़ा की प्रसिद्ध खड़ी होली? कुमाऊं में 3 विधाओं में मनाया जाता है रंगों का उत्सव

Holi 2023: होली का त्योहार देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है. हर सूबे की एक खास होली होती है जिस वजह से उसका अपना ही आकर्षण होता है. पुष्कर में जहां कपड़ा फाड़ होली खेली जाती है, वहीं ब्रज की लट्ठमार होली दुनियाभर में प्रसिद्ध है. उसी तरह से पहाड़ी सूबे उत्तराखंड के कुमाऊं(Kumaoni Holi) मंडल की होली का भी अपना ही आकर्षण है. खासकर अल्मोड़ा (Almora Holi) की बैठकी होली जो विश्वभर में प्रसिद्ध है. अल्मोड़ा उत्तराखंड की सांस्कृतिक नगरी है. यहां की होली को देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आते हैं.
तीन महीने पहले से शुरू होता है होली गायन
दरअसल होली के तीन महीने पहले से ही अल्मोड़ा में होली गायन शुरू हो जाता है. पौष माह के पहले रविवार से होली का शुभारंभ हो जाता है. सबसे पहले बैठकी होली शुरू होती है, जिसमें आपको शास्त्रीय और कुमाऊंनी होली सुनने और देखने के लिए मिलती है. उसके बाद होली का धीरे-धीरे माहौल बनता है. शिवरात्रि के बाद महिलाओं की होली सुनने के लिए मिलती है. महिलाओं की टोली घर-घर जाकर लोगों के वहां होली गायन करती है, जिसमें बैठकी होली और स्वांग देखने को मिलते हैं. तीसरी होली में आपको खड़ी होली देखने को मिलती है. चीर बंधन के समय लोग खड़ी होली गाते हैं, जिसमें वे एक मोहल्ले से दूसरे मोहल्ले में जाकर लोगों को होली की बधाई देते हैं.
तीन विधाओ से मनाई जाती है कुमाउँनी होली
कलाकार दीप जोशी ने बताया कि होली की तीन विधाएं हैं । पहली बैठकी होली, दूसरी खड़ी होली और तीसरी महिलाओं की होली. उन्होंने बताया कि खड़ी होली का मतलब यह नहीं है कि उसे आप खड़े होकर ही गा सकते हैं आप उसे बैठकर भी गा सकते हैं. खड़ी होली का शब्द ब्रज की भाषा से आया है. दूसरी महिलाओं की होली है. महिलाएं रंगों के त्योहार में ऐसे सराबोर हो जाती हैं, जिसमें सभी लोग झूम उठते हैं. तीसरी होली है बैठकी होली, जिसमें शास्त्रीय संगीत पर आधारित होली सुनने के लिए मिलती है.
रिपोर्टर – रोशनी बिष्ट










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