Haldwani Violence:हल्द्वानी हिंसा मामले में 25 और गिरफ्तार मुख्य आरोपी की तलाश जारी
हल्द्वानी में तीन दिन पहले हिंसा भड़काने के आरोप में पिछले 24 घंटे में 25 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक की तलाश अभी जारी है।
नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद मीणा ने रविवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इस घटना के सिलसिले में अब तक 30 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।आठ फरवरी को हुई घटना के सिलसिले में पांच लोगों को पहले गिरफ्तार किया गया था।
उन्होंने बताया कि घटना के मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक की तलाश अभी जारी है. इससे पूर्व, पुलिस सूत्रों ने बताया था कि मलिक को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है और उसे हल्द्वानी लाया जा रहा है. उधर, मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि हल्द्वानी में हुई घटना में शामिल उपद्रवियों और अराजक तत्वों पर कार्रवाई लगातार जारी है और सभी दंगाइयों को एक—एक कर गिरफ्तार किया जा रहा है।
🔹चल रहा अभियान जारी रहेगा
सीएम ने यह भी साफ किया कि प्रदेश में अतिक्रमण के खिलाफ चल रहा अभियान जारी रहेगा . उन्होंने कहा, ‘‘जो भी प्रदेश में अतिक्रमण है, उस पर कार्रवाई निश्चित तौर पर होगी और इस अभियान को रोका नहीं जाएगा.’’ बाद में, चंपावत के लोहाघाट में एक जनसभा के दौरान उन्होंने कहा कि हल्द्वानी में घटना को अंजाम देने वाले किसी दंगाई को बख्शा नहीं जाएगा चाहे वह कितना भी रसूख वाला क्यों न हो . उन्होंने कहा कि नुकसान की भरपाई भी दंगाइयों से ही की जाएगी।
बनभूलपुरा में स्थित ‘मलिक का बगीचा’ में अवैध मदरसा और नमाज स्थल के ध्वस्तीकरण के दौरान प्रशासनिक अमले पर स्थानीय लोगों की भीड़ ने हमला बोल दिया था . इस दौरान भीड़ में शामिल अराजक तत्वों ने छतों से पथराव किया, पेट्रोल बम फेंक कर वाहनों में आग लगाई और बनभूलपुरा पुलिस थाने को फूंक दिया . बिगड़ते हालात को संभालने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया जिसमें छह लोग मारे गए थे।
🔹आवश्यक सेवाओं को सुचारु किया
बनभूलपुरा क्षेत्र को छोड़कर शेष हल्द्वानी में कफ्र्यू हटाए जाने के बाद नैनीताल की जिलाधिकारी वंदना सिंह के निर्देश पर प्रशासन ने बनभूलपुरा में भी आवश्यक सेवाओं को सुचारु कर दिया।बनभूलपुरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सुचारू करने के साथ ही मेडिकल स्टोर भी खुलवा दिए गए।क्षेत्र के लाइन नंबर 17 में रहने वाले डेढ़ वर्षीय बीमार बच्चे मोहम्मद इजहान का अस्पताल ले जाकर इलाज कराया गया और उसके बाद उसे सरकारी वाहन से घर तक छोड़ा गया।