Haldwani News :बनभूलपुरा हिंसा मामले में वांटेड अब्दुल मोईद की तलाश में पुलिस ने लगााई पांच टीमें
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हल्द्वानी। बनभूलपुरा हिंसा मामले में पुलिस ने वांटेड अब्दुल मोईद की तलाश में पांच टीमें लगा दी हैं। अब्दुल मलिक से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर पुलिस अब्दुल मोईद की तलाश में लगातार दबिश दे रही है।
आठ फरवरी को बनभूलपुरा में सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण कार्रवाई के दौरान क्षेत्र में हिंसा भड़क गई थी। मामले में पुलिस ने तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए। इसमें हिंसा भड़काने के आरोपी अब्दुल मलिक को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है लेकिन उसका बेटा वांटेड अब्दुल मोईद अब भी पकड़ से दूर है। कई राज्यों की खाक छानने के बाद मलिक पुलिस के हत्थे चढ़ा था। पुलिस सूत्र बताते हैं कि अब्दुल मोईद के बारे में ठोस जानकारी पुलिस को मिली है। पुलिस ने एक ठिकाने में छापा भी मारा था पर मोईद वहां से दो घंटे पहले फरार हो गया।
💠अब्दुल मलिक, उसके बेटे को पनाह देने वालों पर होगी कार्रवाई
हल्द्वानी। अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोइद को पनाह देने वालों पर कार्रवाई तय है। पुलिस ने फरारी के दौरान कई लोगों की सूची तैयार की है। इनमें से कई लोग ऊंची पहुंच वाले हैं। बनभूलपुरा हिंसा के बाद अब्दुल मलिक दिल्ली, गुजरात, चंडीगढ़ और भोपाल तक छिपता रहा। पुलिस के मुताबिक जहां-जहां मलिक ठहरा, वहां उसकी आवभगत में कोई कमी नहीं रखी गई। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने कुछ जगह भी चिह्नित की हैं जिन्होंने मलिक की मदद की लेकिन पुलिस को जानकारी नहीं दी। इनमें दिल्ली से भोपाल तक के कारोबारी, राजनीतिक संबंध रखने वाले और ऊंची पहुंच वाले लोग शामिल हैं। पुलिस ने इन सभी जांच शुरू कर दी है। पुलिस अब इन सभी की जानकारी जुटाने में लगी है। अब्दुल मलिक के आने जाने से लेकर उसके रहने और एक जगह से दूसरी जगह जाने में मदद करने समेत तमाम सवालों का जवाब खोजा जा रहा है। जब मलिक खुद फोन का इस्तेमाल नहीं कर रहा था तो आखिर किस तरह से वह फरार होने के लिए लोगों से संपर्क कर रहा था, इसका लिंक भी ढूंढा जा रहा है.