Almora News:बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर कांग्रेस ने किया विरोध, धन सिंह रावत को दिखाए काले झंडे,

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अल्मोड़ा में सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का आरोप लगाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को प्रदर्शन किया। उन्होंने जिले के दौरे पर पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को काले झंडे दिखाए और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

🔹फ्लीट के आगे लेटे विधायक

विधायक मनोज तिवारी उनकी फ्लीट के आगे सड़क पर लेट गए। मंत्री को करीब 15 मिनट तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा।बृहस्पतिवार को जिले के प्रभारी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को हवालबाग जाना था। उनका काफिला करबला के पास पहुंचा तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। विधायक मनोज तिवारी के साथ कई कार्यकर्ता मंत्री डॉ. रावत के वाहन के आगे सड़क पर लेट गए।

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🔹उठने को नही हुए तैयार

इससे वहां मौजूद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। काफी देर समझाने के बाद भी विधायक और कार्यकर्ता सड़क से उठने को तैयार नहीं हुए। एसडीएम सदर जयवर्धन शर्मा, सीओ विमल प्रसाद, कोतवाल अरुण कुमार के नेतृत्व में पुलिस कर्मियों ने किसी तरह भीड़ को काबू कर विधायक और अन्य कार्यकर्ताओं को बल पूर्वक सड़क से उठाकर स्वास्थ्य मंत्री के काफिले को रवाना किया।

🔹व्यवस्थाएं नहीं सुधरीं तो होगा बड़ा आंदोलन 

इस दौरान पूर्व विधायक कपकोट ललित फर्स्वाण, कांग्रेस नगर अध्यक्ष तारा चंद्र जोशी, महिला जिलाध्यक्ष राधा बिष्ट, दीप सिंह डांगी, जिलाध्यक्ष अनुसूचित जाति किशन लाल, युकां जिलाध्यक्ष दीपक कुमार, ललित सतवाल, अरविंद रौतेला, गौरव वर्मा, मनोज बिष्ट आदि मौजूद रहे। उधर, कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेंद्र भोज ने कहा शीघ्र व्यवस्थाएं नहीं सुधरीं तो बड़ा आंदोलन होगा। 

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🔹मेडिकल कॉलेज बन गया है रेफर सेंटर, हायर सेंटर ले जाने के लिए नहीं है एंबुलेंस

विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि करोड़ों रुपये से खोले गए मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं हर दिन बिगड़ रही हैं। यह कॉलेज केवल रेफरल सेंटर बनकर रह गया है। ब्लड बैंक संचालित न होने से मरीज खून के लिए भटक रहे हैं। फैकल्टी न होने से मरीजों को बेहतर उपचार मिलना मुश्किल हो गया है। गर्भवतियों को आए दिन रेफर किया जा रहा है। मरीजों को हायर सेंटर ले जाने के लिए मेडिकल कॉलेज में एंबुलेंस नहीं हैं। सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है।

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