Uttrakhand News :यहा 200 बीघा जमीन पर सेब की नर्सरी लगाएगी इटली की कंपनी,अत्याधुनिक तकनीक से विश्व स्तरीय पौधे किए जाएंगे तैयार

0
ख़बर शेयर करें -

उत्तराखंड और कश्मीर के बागवानों को हिमाचल प्रदेश सेब की उन्नत किस्मों के पौधे उपलब्ध करवाएगा। इटली की कंपनी हिमाचल में 200 बीघा जमीन पर सेब की नर्सरी लगाएगी। नर्सरी में अत्याधुनिक तकनीक से विश्व स्तरीय पौधे तैयार किए जाएंगे।

कंपनी अपने खर्चे पर नर्सरी और उन्नत टेक्नालॉजी स्थापित करेगी। बागवानों को सस्ती दरों पर सेब के पौधे मिलेंगे और विदेशों से पौधे आयात करने का खर्चा भी नहीं करना पड़ेगा।

प्रदेश सरकार सूबे के बागवानों को बड़ी सौगात देने जा रही है। सेब की उन्नत किस्मों के पौध अब बागवानों को आसानी से उपलब्ध होंगे। इटली की कंपनी पौधे तैयार करेगी और सरकार बागवानों को सस्ते दामों पर उपलब्ध करवाएगी। नर्सरी में तैयार होने वाले अतिरिक्त पौधे उत्तराखंड और कश्मीर के बागवानों को ऑन डिमांड उपलब्ध करवाए जाएंगे। कंपनी ने नर्सरी लगाने के लिए सरकार से 200 बीघा के प्लॉट की मांग की है।

यह भी पढ़ें 👉  Almora News:हिम शैल शिखर जैसे अटल प्रहरी रहते हुए कर्तव्य पथ पर अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले अमर बलिदानी वीरों को अल्मोड़ा पुलिस का नमन

सरकार ने राजस्व विभाग को एक ही स्थान पर 200 बीघा का प्लॉट तलाशने के निर्देश दिए हैं। अब तक सरकार हर साल इटली सहित अन्य देशों से सेब के पौधे आयात करती है। पौधों को बागवानी विभाग की नर्सरियों में क्वारंटाइन के लिए रखा जाता है, हालांकि इनमें से बड़ी संख्या में पौधे खराब भी हो जाते हैं। हिमाचल में नर्सरी लगने के बाद पौधे अनुकूल वातावरण में तैयार होेंगे जिससे पौधों की सफलता दर 100 फीसदी रहेगी।

यह भी पढ़ें 👉  Almora News:त्यौहारी सीजन में यात्रियों की सुरक्षित यात्रा के लिये अल्मोड़ा पुलिस ने परिवहन विभाग व अन्य के साथ चलाया संयुक्त चेकिंग अभियान

💠सस्ती दरों पर मिलेंगे आधुनिक किस्म के सेब के पौधे : नेगी

बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश में इटली की कंपनी करीब 200 बीघा जमीन पर सेब नर्सरी स्थापित करेगी। नर्सरी स्थापित करने और टेक्नालाॅजी लगाने का पूरा खर्चा कंपनी वहन करेगी, सरकार सिर्फ जमीन उपलब्ध करवाएगी। बागवानों को सस्ती दरों पर आधुनिक किस्म के सेब के पौधे मिलेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *