Uttrakhand News :गिफ्ट भेजने के नाम पर लोगों से लाखों रुपए की ठगी करने वाले दो आरोपियों को किया अरेस्ट,आरोपियों ने लोगों से करीब 33 लाख रुपए की धोखाधड़ी की
देहरादून एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है. एसटीएफ ने गिफ्ट भेजने के नाम पर लोगों से लाखों रुपए की ठगी करने वाले दो आरोपियों को अरेस्ट किया है. दोनों आरोपी लोगों को झांसे में लेकर, गिफ्ट भेजने के बहाने निशाना बनाते थे.
देहरादून: गिफ्ट भेजने के नाम पर लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को एसटीएफ ने बहराइच से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने लोगों से करीब 33 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है.
💠ट्रांजेक्शन के माध्यम से कुल 15 लाख 71 हजार 820 रुपए की धोखाधड़ी की।
बता दें कि हरिद्वार जिले के कोतवाली लक्सर में पीड़ित राजकुमार ने शिकायत दर्ज कराई थी की पीड़ित को फेसबुक और व्हाट्सएप के माध्यम से सम्पर्क कर कैथोलिक नन बताते हुए दोस्ती की. फिर दोनों में चैटिंग होने लगी. जिसके बाद पीड़ित को झांसे में लेकर गिफ्ट (घड़ी,आईफोन 13, आई पैड, एप्पल लैपटॉप सोने की माला व 5 लाख डॉलर) भेजने का लालच दिया गया. साथ ही पार्सल को इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर छुड़वाने के लिए अलग-अलग ट्रांजेक्शन के माध्यम से कुल 15 लाख 71 हजार 820 रुपए की धोखाधड़ी कर ली. जिसके बाद पीड़ित ने ठगी का शिकार होने पर पुलिस में तहरीर दी.
जिसके बाद से पुलिस आरोपियों की तलाश में लगी थी. पूरे मामले में लक्सर कोतवाली से एसटीएफ से ट्रांसफर किया गया. जिसके बाद पुलिस मामले की गहनता से पड़ताल कर रही थी. गठित टीम द्वारा जांच के बाद संदिग्ध आरोपी का बहराइच उत्तर प्रदेश से संबंध होना पाया गया. जिसमें टीम ने मुख्य सरगना शिवम तिवारी और उसके सदस्य को बहराइच से गिरफ्तार किया गया. आरोपियों से घटना में प्रयोग 14 चेक बुक अलग-अलग बैंकों की 6 पासबुक, विभिन्न बैंकों के 6 एटीएम कार्ड, 1 लैपटॉप और आधार कार्ड पैन कार्ड, आदि बरामद किया गया है.
💠व्हाट्सएप पर फर्जी प्रोफाइल तैयार कर दोस्ती करते थे आरोपी।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया है कि आरोपियों द्वारा सोशल मीडिया साईट फेसबुक और व्हाट्सएप पर फर्जी प्रोफाइल तैयार कर दोस्ती कर स्वयं को विदेशी नागरिक बताकर महंगे गिफ्टों को भेजने का लालच दिया जाता था. फिर पार्सल को एयरपोर्ट से छुड़ाने के लिए अलग-अलग शुल्कों के नाम पर धोखाधड़ी की जाती है.आरोपियों द्वारा इस काम के लिए फर्जी सिम, सोशल मीडिया प्रोफाइल और फर्जी खातों का प्रयोग कर अपराध को अंजाम देने के लिए किया जाता है. फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ की जा रही है.