Uttrakhand News :उत्तराखंड में तेजी से अपने पैर पसार रहा डेंगू, डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए नगर निगम हल्द्वानी हुआ अलर्ट

ख़बर शेयर करें -

उत्तराखंड में डेंगू तेजी से अपने पैर पसार रहा है. उत्तराखंड में डेंगू के मरीजों की संख्या 600 के पार पहुंच गई है. वहीं डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए नगर निगम हल्द्वानी अलर्ट हो गया है.

💠शहर में जगह-जगह फॉगिंग कराई जा रही है.

हल्द्वानी: उत्तराखंड में डेंगू के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं. यही कारण है कि अब प्रशासन भी डेंगू के मामलों को गंभीरता से ले रहा है. डेंगू को लेकर सरकार की तरफ से 888-261-0000 टोल फ्री नंबर जारी किया गया है, जिस पर नगर निगम हल्द्वानी के अंदर रहने वाली आम जनता अपने घरों के आसपास के प्लाटों में भरे हुए बरसात के पानी को ना निकाल पाने और नालियों में छिड़काव कराने जैसी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.

यह भी पढ़ें 👉  Weather Update:उत्तराखंड में आज इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी,अन्य जिलों में भी गरज-चमक के साथ तीव्र दौर की बारिश और आकाशीय बिजली चमकने की संभावना

💠यह टोल फ्री नंबर 24 घंटे खुला रहेगा और 24 घंटे के अंदर आपकी समस्या का समाधान भी कर दिया जाएगा. डेंगू के मामलों को देखते हुए हल्द्वानी नगर निगम के नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने कहा कि हम काफी सावधानी और सतर्कता बरत रहे हैं. 1 से 60 वार्ड और वार्ड 60 से वार्ड 1 की तरफ लगातार फॉगिंग और दवा छिड़काव का काम किया जा रहा है. डेंगू की रोकथाम के लिहाज से सफाई नायक और बैणी सेना को काम में लगाया गया है.

💠नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने कहा कि हमारी सक्रियता को देखते हुए सभी आम जनता का सहयोग भी मिला है और हल्द्वानी शहर में सभी जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग मिल रहा है. सभी पार्षदों से सूचनायें प्राप्त कर ली गई हैं. डेंगू के लार्वा को नष्ट करने के लिए ब्लीचिंग और अन्य संबंधित दवाओं का प्रयोग सभी वार्डों में लगातार कराया जा रहा है.

यह भी पढ़ें 👉  Uttrakhand News:चार साल पूर्ण होने और पाँचवें वर्ष के शुभारंभ की माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी को हार्दिक शुभकामनाएं

💠सड़कों में कई जगह गड्ढे भी हैं, जिनमें बरसात के चलते पानी रुका हुआ है या अभी बारिश के होने से पानी रुक सकता है. नगर निगम के आयुक्त का कहना है कि छोटे-छोटे गड्ढों को बरसात के दौरान भी भरने का काम किया जा रहा है, हालांकि बड़े गड्ढों का स्थाई समाधान बरसात के बाद ही हो पाएगा