Uttrakhand News:उत्तराखंड में पिछले चार दिन में 10 बांग्लादेशी पुलिस के हत्थे चढ़े,बड़े पैमाने पर घुसपैठ की आशंका

0
ख़बर शेयर करें -

देहरादून में पिछले चार दिन में 10 बांग्लादेशी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। बीते मंगलवार को पटेलनगर क्षेत्र से पकड़े गए पांच बांग्लादेशियों को पुलिस ने उनके देश डिपोर्ट करा दिया है।

वहीं, अन्य क्षेत्रों में भी सत्यापन अभियान तेज कर दिया गया है। इनके यहां पहुंचने और बस्तियों में रहने की भी जांच की जा रही है।

इस बीच यह भी आशंका जताई जा रही है कि दून में बड़े पैमाने पर बांग्लादेशी घुसपैठिए बस गए हैं। इसके अलावा इन्हें दून तक पहुंचाने व स्थानीय दस्तावेज बनाने वालों का गिरोह भी सक्रिय होने का अंदेशा है। दून पुलिस की ओर से सभी थाना क्षेत्रों में सघन जांच की जा रही है।

यह भी पढ़ें 👉  Almora News:गिरचोला में राज्य आंदोलनकारियों की बैठक: क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप, विकास ठप

बीते मंगलवार को देहरादून पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में पांच बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया। जिन्हें बुधवार को वापस भेज दिया गया। देहरादून पुलिस व एसटीएफ पटेलनगर क्षेत्र से चार महिला व एक पुरुष को हिरासत में लिया।

पूछताछ व जांच में पांचों व्यक्तियों के बांग्लादेशी नागरिक होने के साक्ष्य प्राप्त होने पर पांचों बांग्लादेशी नागरिकों को केंद्र सरकार के निर्देशों के क्रम में देहरादून पुलिस ने उन्हें डिपोर्ट किया। इससे पहले बीते 18 मई को क्लेमेनटाउन क्षेत्र में एक निर्माणाधीन बिल्डिंग में काम कर रहे पांच बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

आरोपितों में एक महिला व चार पुरुष हैं, जोकि घुसपैठ करके भारत आए थे। एक बांग्लादेशी नागरिक ने तो अपना फर्जी आधार कार्ड भी बना दिया था और वर्षों से भारत में रहकर विभिन्न ठेकेदारों के साथ काम कर रहा था। पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि कई बांग्लादेशी नागरिकों ने भारत के विभिन्न राज्यों में शादी कर ली है और यहीं निवास करने लगे हैं।

यह भी पढ़ें 👉  Almora News:ऐतिहासिक पटाल बाज़ार के सौंदर्यीकरण को मूर्त रूप देने हेतु बैठक, चरणबद्ध रूप में होगा कार्य

इसके अलावा बांग्लादेशियों ने भारत के आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज बनाए जाने की भी बात कही। पुलिस अब बांग्लादेशियों को दून में बसाने वालों की भी तलाश कर रही है। बांग्लादेशी नागरिकों के संबंध में खुफिया एजेंसी भी जानकारी जुटा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *