Uttrakhand News :देवभूमि उत्तराखंड को मिला श्रीराम जन्म भूमि मंदिर दर्शन का सर्वप्रथम अवसर,भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इसे राज्यवासियों का बताया साैभाग्य

0
ख़बर शेयर करें -

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत श्रीराम जन्म भूमि मंदिर दर्शन का सर्वप्रथम अवसर देवभूमि उत्तराखंड को मिलने पर इसे राज्यवासियों का साैभाग्य बताया।

साथ ही विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि रामलला का भव्य एवं दिव्य मंदिर, लाखों सनातनियों की भावनाओं और बलिदान का परिणाम है।

💠120 करोड़ हिंदुओं की भावनाओं को जाता है

ऐसे में श्रेय की आकांक्षा रखने वाले सुविधावादी हिंदुओं को काशी, मथुरा के लिए जारी संघर्ष में भी आगे आने का साहस करना चाहिए। भट्ट ने मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद राज्यवार श्रद्धालुओं के दर्शन में सर्वप्रथम अवसर उत्तराखंड के निवासियों को मिलने जा रहा है। यह प्रत्येक देवभूमिवासी के लिए सौभाग्यशाली व गौरवमयी अवसर है। श्रेय को लेकर विपक्ष के बयानों पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि बेशक सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय से मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ, लेकिन इसका असल श्रेय तो सैकड़ों वर्षों में लाखों सनातनियों के बलिदान और 120 करोड़ हिंदुओं की भावनाओं को जाता है।

यह भी पढ़ें 👉  Almora News:थानाध्यक्ष धौलछीना ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के दृष्टिगत ग्राम प्रहरियों की मीटिंग लेकर दिये आवश्यक दिशा-निर्देश

💠श्रीकृष्ण जन्मभूमि को लेकर संघर्ष में सहयोग करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस समेत विपक्ष ने मंदिर कारसेवकों के साथ कैसा बर्ताव किया, देश इसका गवाह है। ध्वस्त विवादित ढांचे को फिर से बनाने का सार्वजनिक वादा तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने किया और पहली किस्त के तौर पर एक साथ तीन राज्यों की भाजपा सरकारें बर्खास्त कीं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मंदिर विरोध में पैरवी करते रहे। इतना ही नहीं यूपीए सरकार ने श्रीराम के अस्तित्व के विरुद्ध हलफनामा दिया था। भट्ट ने कहा कि यदि कांग्रेस या विपक्ष को अभी भी श्रेय लेना है तो उन्हें काशी विश्वनाथ और मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि को लेकर संघर्ष में सहयोग करना चाहिए।

यह भी पढ़ें 👉  देश विदेश की ताजा खबरें मंगलवार 24 जून 2025

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *