Uttrakhand News :13 किलोमीटर की बढ़ गई दूरी, महंगे सफर को हो जाइए तैयार
रुड़की-हरिद्वार के बीच सोलानी पुल को बसों और ट्रकों के लिए बंद कर दिया गया है। इस पुल को भारी वाहनों के गुजरने के लिहाज से खतरनाक करार दिया गया था। रविवार को पुल के दोनों छोरों पर बैरिकेडिंग कर पुलिस तैनात कर दी गई।इससे हरिद्वार से रुड़की जाने वाली बसों और ट्रकों को 13 किलोमीटर घूमकर जाना पड़ेगा। कार और दुपहिया वाहन इस पुल पर चल रहे हैं।
रुड़की में मलकपुर चुंगी से आगे सोलानी नदी पर पुल बनाया गया था। यह पुल काफी पुराना है। रुड़की-हरिद्वार स्टेट हाईवे को यह पुल जोड़ता है। पिछले साल गुजरात में एक पुल गिरने के बाद केंद्र सरकार ने सभी महत्वपूर्ण पुलों का सुरक्षा ऑडिट कराया था। केंद्र की टीम ने सोलानी पुल का भी कई दिनों तक निरीक्षण किया।
उसकी भार क्षमता को परखा गया। पुल को भारी वाहनों के आवागमन के लिए असुरक्षित करार दिया गया था। पुल पर कुछ जगह दरार आई है। पिछले साल नवंबर से लोक निर्माण विभाग पुल को बंद करने की कोशिश में लगा था। यह रुड़की-हरिद्वार को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण पुल है। पुल को बंद करने का फैसला टलता गया।
अब कोटद्वार में पुल गिरने के बाद राज्य सरकार भी पुलों का सुरक्षा ऑडिट करा रही है। रविवार को सोलानीपुल को भारी वाहनों के लिए बंद कर दिया गया। पुल के दोनों ओर बैरिकेडिंग कर पुलिस बल तैनात किया गया है। बसों और ट्रकों को रुड़की बाईपास से मंगलौर भेजा गया।
💠13 किलोमीटर की बढ़ गई दूरी ! रुड़की डिपो की हरिद्वार से आने वाली बसें मंगलौर से अब्दुल कलाम चौक होते हुए रुड़की पहुंची। रुड़की-हरिद्वार की दूरी अब 13 किलोमीटर बढ़ गई है। पहले यह दूरी 25 किलोमीटर थी।
💠खतरनाक करार दिया गया है यह पुल !
सोलानीपुल के खतरनाक करार दिए जाने के बाद नदी में एक डायवर्जन बनाया गया था। इस बार भारी बारिश के कारण सोलानी नदी भी उफान पर थी। नौ जुलाई को डायवर्जन का हिस्सा बह गया था। ग्यारह से चौदह जुलाई के बीच फिर बारिश हुई। उसके बाद डायवर्जन का बाकी हिस्सा भी नदी बहा कर ले गई थी। कोटद्वार में हुए पुल हादसे के बाद लोनिवि अधिकारियों के हाथ-पांव फूले हुए थे।
💠हरिद्वार से जाने वाले दो सौ से ज्यादा ट्रक प्रभावित !
परिवहन निगम के एआरएम सुरेश चौहान ने बताया कि हरिद्वार से करीब 737 बसों का संचालन रोजाना होता है। करीब 450 बसें दिल्ली पंजाब हरियाणा सहारनपुर मेरठ मुजफ्फरनगर आदि क्षेत्रों में संचालित होती है। ये बसें रुड़की से होकर गुजरती हैं। सोनाली पुल प्रभावित होने के कारण इन बसों को अतिरिक्त चक्कर काट कर जाना पड़ रहा है। वहीं ऑल ओवर ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राव अखलाक खां ने बताया कि सोनाली नदी का पुल प्रभावित होने के कारण करीब 200 से ज्यादा ट्रक का संचालन पुल से नहीं हो पा रहा है।
सोलानी पुल पर जगह-जगह क्रैक आ गए थे। केंद्र ने सुरक्षा ऑडिट किया था। अब प्रदेश स्तर से भी ऑडिट होना है। भारी वाहनों के लिए पुल बंद किया गया है।