International News:पीएम मोदी कल फ्रांस दौरे पर होंगे रवाना, यूएई का भी करेंगे दौरा, जानें क्यों है सेना के लिए यह दौरा खास

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने व्यापक राजनयिक दौरे के हिस्से के रूप में इस सप्ताह संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की एक महत्वपूर्ण यात्रा पर जाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। वह अपनी फ्रांस यात्रा समाप्त कर यूएई पहुंचेंगे। साल 2014 में पदभार संभालने के बाद से पीएम मोदी की खाड़ी देश यूएई की यह पांचवीं यात्रा होगी, जो दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के बढ़ते महत्व को रेखांकित करती है।

🔹बैस्टिल डे परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे पीएम मोदी

पीएम 13 जुलाई को फ्रांस में होंगे और बैस्टिल डे परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। पीएम मोदी फ्रांस यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है कि फ्रांस दौरे पर 96 हजार करोड़ की बड़ी डिफेंस डील को मंजूरी मिल सकती है। भारत, फ्रांस से 26 राफेल और 3 स्कॉर्पीन पनडुब्बियां खरीद सकता है। पीएम मोदी के फ्रांस दौरे के दौरान इन सौदों की घोषणा होने की संभावना है।

🔹सेना के लिए खास है फ्रांस का दौरा जानें

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी की फ्रांस यात्रा के दौरान भारत सरकार फ्रांस के साथ 26 राफेल-एम और तीन स्कॉर्पीन पनडुब्बियों की खरीद को लेकर डील कर सकती है। यह डील करीब 96 हजार करोड़ रुपए की होगी। इस डील में 26 राफेल-एम फाइटर जेट में से 22 फाइटर जेट सिंगल सीटर होंगे। वहीं चार डबल सीटर ट्रेनिंग फाइटर होंगे। इसके अलावा प्रोजेक्ट 75 के तहत तीन अतिरिक्त स्कॉर्पीन क्लास सबमरीन भारत लाई जाएंगी। राफेल-एम फाइटर जेट्स को भारतीय नौसेना के एयरक्राफ्ट करियर्स पर तैनात किया जाएगा। मौजूदा समय की बात करें तो भारतीय नौसेना के पास अभी फाइटर जेट्स और पनडुब्बियों की कमी है।

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🔹यूएई की पांचवीं यात्रा होगी काफी अहम

इससे पहले वह जून 2022, अगस्त 2019, फरवरी 2018 और अगस्त 2015 में यूएई जा चुके हैं। जून 2022 में अपनी पिछली यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर संवेदना व्यक्त करने के लिए अबू धाबी के राष्ट्रपति और शासक शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मुलाकात की थी। इस भाव ने दोनों नेताओं के बीच गहरे व्यक्तिगत संबंधों, भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच संबंधों को और बढ़ाने की उनकी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया।पिछले साल भारत और यूएई के बीच हस्ताक्षरित व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका 

 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले साल भारत और यूएई के बीच हस्ताक्षरित व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पिछले वर्ष के दौरान, इस समझौते का तेल और गैर-तेल उत्पादों दोनों के मामले में संयुक्त अरब अमीरात को भारत के निर्यात पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है। दोनों देशों के बीच व्यापार की मात्रा ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गई है, जो वित्तीय वर्ष 2021-2022 में 72.9 बिलियन डॉलर से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2022-2023 में 84.5 बिलियन डॉलर हो गई है, जो साल-दर-साल 16 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाती है।

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🔹दोनों देशों ने नियमित रूप से संयुक्त नौसैनिक अभ्यास और पोर्ट कॉल किए हैं आयोजित

आर्थिक सहयोग के अलावा, भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच रक्षा बातचीत में लगातार वृद्धि देखी गई है। सेवा प्रमुखों, कार्यात्मक स्तर की व्यस्तताओं और सैन्य शिक्षा आदान-प्रदान सहित उच्चतम स्तरों पर नियमित आदान-प्रदान ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और मजबूत किया है। दोनों देशों ने नियमित रूप से संयुक्त नौसैनिक अभ्यास और पोर्ट कॉल आयोजित किए हैं, जिससे उनके सशस्त्र बलों के बीच आपसी विश्वास और सौहार्द को बढ़ावा मिला है। वार्षिक रक्षा संवाद भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच सुरक्षा और रक्षा सहयोग पर चर्चा करने और उसे बढ़ाने के लिए एक मंच प्रदान करता है।