PM Modi Deepfake: प्रधानमंत्री मोदी ने डीपफेक को बताया सबसे बड़ा खतरा, खुद भी हो चुके हैं शिकार, जताई गहरी चिंता

टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के इस दौर किसी भी तस्वीर, वीडियो और ऑडियो को मैनिपुलेट या छेड़छाड़ करके बिल्कुल अलग बनाया जा सकता है। बीते दिनों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड टूल्स का प्रयोग करके जब अभिनेत्री रश्मिका मंदाना का डीपफेक वीडियो वायरल हुआ तो हर कोई हैरान रह गया।
🔹अशांति पैदा कर सकता है डीपफेक
अब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी डीपफेक को लेकर गहरी चिंता जताई है और कहा कि डीपफेक समाज में बड़ी अशांति पैदा कर सकता है। पीएम मोदी ने कहा कि लाइन से हटकर एक लाइन भी हंगामा खड़ा कर सकती है। उन्होंने कहा कि जेनरेटिव एआई के माध्यम से तैयार तस्वीरों या वीडियोज में एक स्पष्ट डिस्क्लेमर होना चाहिए जिसमें लिखा हो कि यह डीपफेक का उपयोग करके बनाया गया है।
🔹गरबा वीडियो का किया जिक्र
पीएम मोदी ने डीपफेक को भारतीय प्रणाली के सामने सबसे बड़े खतरों में से एक बताया है।पीएम मोदी ने कहा कि डीपफेक समाज में अराजकता पैदा कर सकता है।उन्होंने कहा कि लोगों को और मीडिया को डीपफेक से बेहद सतर्क रहने की जरूरत है।पीएम ने कहा, ‘मैंने अपना एक एक वीडियो देखा जिसमें मैं गरबा कर रहा हूं और यह बहुत वास्तविक लग रहा था जबकि मैंने बचपन से गरबा नहीं खेला है।जबकि स्कूल के बाद मुझे कभी गरबा खेलने का मौका नहीं मिला। स्कूल में मैं अच्छा खेलता था। मुझे पसंद करने वाले लोग वीडियो फॉरवर्ड भी कर रहे हैं।