मानसून की तैरारियो को अभी से पूरा करें विभाग – प्रभारी जिलाधिकारी

0
ख़बर शेयर करें -

 

मानसून से पूर्व तैयारियों की बैठक लेते हुए प्रभारी जिलाधिकारी चन्द्र सिंह इमलाल ने सभी अधिकारियों को निर्देश दियें कि वे अपने-अपने संसाधनों को चुस्त-दुरस्त रखें। उन्होंने कहा तहसील, थानों, स्तर पर उपलब्ध आपदा उपकरणों की जांच कर लें तथा उनके संचालित करने हेतु यथाशीघ्र कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी देना सुनिश्चित करें।

 

साथ ही उन्होंने आपदा मित्रों को प्रशिक्षण देने के भी निर्देश दियें। प्रभारी जिलाधिकारी ने कहा कि मानसून से पूर्व आपदा संभावित व दूरस्थ क्षेत्रों में खाद्यान्न भण्डारण करने के साथ ही दवायें, डीजल व पेट्रोल भण्डारण करने के भी निर्देश संबंधित अधिकारियों को दियें। उन्होने सडक महकमे के अधिकारियों को निर्देश दियें कि वे मानसून काल में बंद होने वाली सडक मार्गो को चिन्हित करें व उन्हें खोलकर यातायात सूचारू करने हेतु जेसीबी के टेण्डर आदि अभी से कर लें

 

तथा उनकी सूचना आपदा कंट्रोल रूम को भी देना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि आपदा संभावित क्षेत्रों के सड़क मार्ग बंद होने पर यातायात सूचारू करने रखने हेतु वैकल्पिक सडक मार्गो व पैदल मार्गो का भी चिन्हिकरण किया जाए साथ ही दुर्घटना संभावित स्थलों में क्रेश बैरियर लगाने के भी निर्देश दियें। विद्युत व पेयजल सुचारू रखने हेतु संबंधित विभाग आपदा संभावित क्षेत्रों में पार्इप, विद्युत पोल, टांसफार्मर व अन्य उपयोगी सामाग्री का भण्डारण भी करना सुनिश्चित करें, ताकि आपदा के दौरान मूलभूत सुविधाओं को सुचारू किया जा सकें। उन्होंने कहा कि मानसून के दृष्टिगत कलमठों, नालियों को खोले जाने तथा जल निकासी की समुचित व्यवस्था अभी से कर लें।

 

 

उन्होंने 24×7 की तर्ज पर बाढ नियंत्रण कक्ष स्थापित करने व ऊपरी क्षेत्रों में वर्षा होने की सूचना समय पर देने के निर्देश सिंचार्इ विभाग कपकोट को दियें, ताकि नदी के बढते जलस्तर के बढने से पूर्व नदी किनारे प्रवास कर रही आबादी को समय रहते चेतवानी जारी कर हटाया जा सकें। उन्होने कहा कि आपदा की स्थिति में वायरलैस सैट, सैटेलार्इट फोन की उपलब्ध रहें तथा इस हेतु वन विभाग, पुलिस राजस्व विभाग आपसी समन्वय स्थापित करते हुए सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान करना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही उन्होंने व्हाट्सएप गु्रप में ही त्वरित सूचनायें प्रेषित करने के निर्देश दियें। उन्होने कहा कि आपदा के दौरान परिसंपत्तियों के नुकसान की सूचनायें तुरंत कंट्रोल रूम को लेना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दियें कि वे जीर्ण-शीर्ण स्कूल भवनों को चिन्हित करना सुनिश्चित करें तथा वर्षाकाल में उन भवनों में शिक्षण कार्य न चलाकर अन्य भवनों में संचालित किया जाए। उन्होंने शिक्षा, बाल विकास, वन, जिला पंचायत राज अधिकारी, लोनिवि, आदि अधिकारियों को वे अपने-अपने स्कूल/विभागीय भवनों को चिन्हित करें, ताकि किसी भी प्रकार की आपदा आने पर प्रभावितों के लिए आश्रय स्थल के रूप में उपयोग में लाया जा सकें।

 

 

 

उन्होंने दूरसंचार के अधिकारियों को मोबार्इलों टावरों में डीजल की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता बनायें रखने के निर्देश दियें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, उपजिलाधिकारी हरगिरि, राजकुमार पांडे, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 हरीश पोखरिया, पुलिस उपाधीक्षक अंकित कण्डारी, अधि0अभि0लोनिवि संजय पांडे, विद्युत विवेक काण्डपाल, जल संस्थान डीएस देवडी, सिंचाई विभाग के योगेश काण्डपाल, जिला आपदा प्रंबधन अधिकारी शिखा सुयाल सहित सभी अधिकारी मौजूद थे।

 

रिपोर्ट: हिमांशु गढ़िया

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *