देहरादून: खटीमा विधायक और उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने मुख्यमंत्री पर लगाये गंभीर आरोप
जिन कोरोना वारियर्स को स्मृति चिन्ह बांट रहे थे फूल बरसाए जा रहे थे उनको मात्र 3 महीने में कोरोना वारियर्स को नौकरी से निकाल दिया गया ।
हमारे उत्तराखंड के युवाओं के भविष्य को गर्त में ले जाने का काम कर रही धामी सरकार।
उत्तराखंड के युवाओं में योग्यता नही है तो योग्यता तो मुख्यमंत्रीयों में भी नही है वो भी बाहर से ले आएं।
मुख्यमंत्री धामी सिर्फ़ खनन कराने में व्यस्त हैं ।
वनों में लगातार आग धधक रही है और मुख्यमंत्री सिर्फ़ चम्पावत चुनाव में व्यस्त है ।
महंगाई से आम आदमी त्रस्त है गैस पर 50 रुपये बढ़ गए हैं ऐसे मुख्यमंत्री को जनता से कोई मतलब नही ।
सहकारिता में बिना विज्ञप्ति के पिछले दरवाजे से अपने चहीतों को लगा दिया है
देवस्थानम बोर्ड बना भी नही और उसके 8 सदस्यों को 10-10 लाख रुपये बांट दिए गए ।
उत्तराखंड में स्मृति चिन्ह गुजरात से खरीदे जा रहे हैं वो भी बिना टेंडर के तो क्या उत्तराखंड में घड़ी ,स्मृति चिन्ह के कारोबारी नही हैं
हरिद्वार में कोरोनाकाल के घोटाले की अभी तक जांच नही हुई है
केदारनाथ गर्भगृह के फोटो सीएम के सपरिवार सामने आये हैं
मुख्यमंत्री और उनके अधिकारी खटीमा के लोगों को प्रताड़ित कर रहे हैं रिक्शा वालों को , रेहड़ी वालों को परेशान किया जा रहा है
मुख्यमंत्री के चहीते रस्तोगी जिनकी फाईबर फैक्ट्री का रास्ता सीधा मुख्यमंत्री के घर को जाता है !
2015 में हरीश रावत की सरकार ने 8 एकड़ जगह गौशाला के लिए दी, 2019 में उस जगह को कैंसिल करा दिया गया
मुख्यमंत्री जी को ये संदेश देना चाहता हूँ आप युवा मुख्यमंत्री हैं अपनी भूल का आंकलन करें