Uttrakhand News:रेल लाइन की निर्माणाधीन सुरंग में पानी भरने से फंसे 100 से ज्यादा मजदूर,घंटे बाद सफल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन
उत्तराखंड में पिछले दो दिन से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पहाड़ों से लेकर मैदानों तक आसमान से बरस रही आफत के रूप में बारिश ने हर तरफ तबाही मचा रखी है।पहाड़ों में जगह-जगह भूस्खलन ने लोगों की परेशानियां को बढ़ा दिया है तो दूसरी तरफ मैदानों में जल तांडव से लोग त्राहिमाम-त्राहिमाम हैं।बारिश का असर अन्य इलाकों के साथ ही ऋषिकेश और उसके आस-पास के क्षेत्रों में खूब देखा जा रहा है।
🔹शिवपुरी टनल से मजदूरों का रेस्क्यू
ऋषिकेश से ही सटे शिवपुरी में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन की शिवपुरी रेलवे टनल के भीतर बारिश का पानी भरने से 100 से ज्यादा मजदूर फंस गए. सभी मजदूर टनल में काम कर रहे थे. मजदूरों के फंसने की जानकारी पुलिस को मिली, जिसके बाद मजदूरों का रेस्क्यू किया गया. जानकारी के तहत ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन की टनल का काम कर रही एल एडं टी कंपनी शिवपुरी के प्रबंधक अजय प्रताप सिंह द्वारा चौकी प्रभारी शिवपुरी को फोन से सूचना दी गई कि उनकी कंपनी के एडिट- 2 की टनल में मजदूर और इंजीनियर (कुल 114) करीब 300 मीटर अंदर फंस गए हैं।टनल में करीब 4 फीट पानी भर गया है।
🔹मशीन से हटाया मलबा
सूचना पाकर चौकी प्रभारी शिवपुरी तत्काल मौके पर पोकलैंड मशीन व आपदा उपकरणों के साथ पहुंचे। इसके बाद पोकलैंड मशीन से टनल से बाहर मलबा निकाला गया और फिर रस्सी के सहारे 114 लोगों का सकुशल रेस्क्यू किया गया।
🔹मलबे की चपेट में आया कैंप
ऋषिकेश से सटे पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक के मोहन चट्टी स्थित कैंप में बारिश के कारण मलबा घुस गया।जानकारी मिल रही है कि मलबे की चपेट में कैंप में मौजूद 3 से 5 लोग आ गए हैं। घटना रात लगभग 2 बजे की है. फिलहाल जिला आपदा प्रबंधन की टीम और एसडीआरएफ के जवानों द्वारा मलबा हटाया जा रहा है। मलबा हटने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
🔹डूबने की कगार पर शिवमूर्ति
ऋषिकेश के नजदीक रामझूला के परमार्थ निकेतन घाट में गंगा नदी में लगाई भगवान शिव की मूर्ति डूबने की कगार पर है।भारी बारिश के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ने से भगवान शिव की मूर्ति आधी डूब चुकी है।गौरतलब है कि 2013 में भी परमार्थ निकेतन घाट से इसी तरह की तस्वीरें सामने आई थी।
🔹त्रिवेणी घाट जलमग्न
ऋषिकेश में गंगा अपने रौद्र रूप में बह रही है।गंगा का जलस्तर बढ़ने से ऋषिकेश त्रिवेणी घाट पूरी तरह जलमग्न हो गया है। त्रिवेणी घाट का आरती स्थल, सत्संग पंडाल पूरी तरह डूब चुका है।गंगा खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। जल पुलिस लगातार घाट पर नजर बनाए हुई है।फिलहाल लोगों के घाट पर जाने पर पाबंदी लगा दी गई है।