Uttrakhand News:दर्दनाक सड़क हादसा, कार में आग लगने से एक ही परिवार के चार बुजुर्गो की मौत
सहारनपुर में मंगलवार दोपहर कार और ट्रक की भीषण टक्कर हो गई। हादसे के बाद कार में आग लग गई। इसमें दो दंपती यानी 4 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। सभी कार सवार एक रिलेटिव के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे थे। सभी की उम्र 50 साल से ज्यादा थी।
🔹शव की पहचान करना भी मुश्किल
टक्कर के बाद कार लॉक हो गई, ऐसे में कोई बाहर नहीं निकल पाया। आग लगने से जो जिस सीट पर बैठा था, उसी पर जिंदा जल गया। मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने कार को कटर मशीन से काटकर शव बाहर निकाले। शव की पहचान करना मुश्किल हो गया। हादसा देहरादून-अंबाला हाईवे पर रामपुर मनिहारन में हुआ है।
🔹हरिद्वार से हरियाणा जा रहे थे सभी
पुलिस ने बताया कि कार सवार परिवार हरिद्वार के ज्वालापुर का रहने वाला है। मृतकों की शिनाख्त उमेश गोयल (70), उनकी पत्नी सुनीता गोयल (65), अमरीश जिंदल (55) और उनकी पत्नी गीता जिंदल (50) के तौर पर हुई है। उमेश की बहन हरियाणा के जगाधरी में रहती हैं। उनकी सास का देर रात निधन हो गया था। पूरा परिवार अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जा रहा था। तभी रास्ते में यह हादसा हो गया।
🔹हाईवे पर वनवे और ओवरटेक से हुआ हादसा
जिस फ्लाईओवर पर हादसा हुआ वहां एनएचएआई (NHAI) ने मरम्मत के चलते वन-वे कर रखा था। पुलिस ने बताया कि ट्रक आगे चल रहा था। कार ने ओवरटेक करने की कोशिश की। लेकिन, चालक ट्रक की स्पीड का अंदाजा नहीं लगा पाया।गाड़ी आगे-पीछे दो ट्रकों के बीच फंस गई थी। पीछे चल रहे ट्रक ने जब गाड़ी में टक्कर मारी तो आगे वाले ट्रक में जाकर लगी। इससे गाड़ी दोनों और से पिचक गई। इसके बाद गाड़ी में आग लग गई। यह सब जितनी जल्दी हुआ कि गाड़ी में सवार लोग समझ नहीं पाए। गाड़ी से वह निकल भी नहीं पाए।
🔹टक्कर से कार में लगी आग पेट्रोल टैंक तक पहुंचीं
टक्कर से कार में आग लग गई। चंद सेकेंड में पेट्रोल टैंक तक पहुंच गई। इसके बाद आग विकराल हो गई। आसपास के लोगों ने कार सवार लोगों को बचाने की कोशिश की। लेकिन, गाड़ी लॉक हो गई और आग बढ़ती ही जा रही थी। इसके चलते कोई पास नहीं जा पाया। थोड़ी देर बाद जब फायर बिग्रेड मौके पर पहुंची। इसके बाद आग पर काबू पाया जा सका।
फिर फॉरेंसिक टीम और पुलिस ने शव को बाहर निकाला। हादसे की भयावहता को अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कार की सीट पर आगे बैठे हुए शव में सीट बेल्ट बंधी हुई थी। यानी, भीषण आग में कार सवार लोगों को सीट बेल्ट तक नहीं खोल पाए।