अब प्रदेश में विकास खण्ड स्तरीय स्वास्थ्य मेलों का आयोजन होगा
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनसिंह रावत ने दिनांक 18 से 22 अप्रैल 2022 के मध्य प्रस्तावित ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य मेला सम्बन्धी तैयारियों की समीक्षा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये राज्य के सभी जिलाधिकारियों के साथ की।
उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि विकास खण्ड स्तरीय स्वास्थ्य मेले के सफल आयोजन हेतु सम्बन्धित क्षेत्रों के माननीय विधायकों व सांसदों से समन्वय कर विकासखण्ड वार आयोजित होने वाले मेले की तिथियों का निर्धारण कर लें।
उन्होंने बताया कि राज्य के जिला मुख्यालयों, नगर निकायों एवं ब्लॉकों में वृहद स्वास्थ्य मेलों का आयोजन किया जा रहा है। सूबे में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ एवं सुलभ बनाने के लिए छह माह के भीतर जिला अस्पतालों में सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउण्ड, एक्स-रे मशीन, पैथौलॉजी जांचें एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये गये, जबकि दूसरे चरण में उप जिला अस्पतालों एवं ब्लॉक स्तर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों की व्यवस्था सुधारने को कहा ।
इसी क्रम में 16 एवं 17 अप्रैल को राज्यभर के हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टरों में योग एवं टेली कन्सल्टेशन कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि आगामी 18 अप्रैल से 22 अप्रैल तक प्रदेश के सभी 95 ब्लॉकों सहित जिला मुख्यालयों एवं नगर निकायों में वृहद स्तर पर स्वास्थ्य मेलों का आयोजन किया जायेगा। जिसमें सांसद, स्थानीय विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, मेयर, नगर निकायों के अध्यक्ष एवं ब्लॉक प्रमुख अपनी सुविधानुसार बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग करेंगे। डॉ0 रावत ने कहा कि स्वास्थ्य मेलों में स्थानीय लोगों का चिकित्सकीय परीक्षण एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ टेली कन्सल्टेशन, आयुष्मान भारत डिजीटल हेल्थ मिशन के तहत यूनिक हेल्थ आईडी उपलब्ध कराये जाने के साथ ही आयुष्मान कार्ड भी बनाये जायेंगे। इसके अलावा स्वास्थ्य मेलों में रक्तदान कार्यक्रम, स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता सहित केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी आम लोगों को दी जायेगी।
इसी क्रम में 16 एवं 17 अप्रैल को राज्यभर के हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टरों में योग एवं टेली कन्सल्टेशन कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। माननीय मंत्री ने कहा कि जिला एवं ब्लॉक स्तर के अस्पतालों को चरणबद्ध तरीके से और अधिक सुदृढ़ एवं सुलभ बनाए जाय। जिसके तहत छह माह के भीतर जिला अस्पतालों एवं अगामी एक वर्ष के भीतर उप जिला चिकित्सालयों तथा ब्लॉक स्तर के सामुदायिक स्वास्थ्य केद्रों की सूरत बदल दी जाएगी। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को प्रथम चरण के अंतर्गत जिला अस्पतालों में सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउण्ड, एक्स-रे मशीन, पौथालॉजी जांच की व्यवस्था करने तथा विशेषज्ञ चिकित्सकों गाइकनोलॉजिस्ट, चाइल्ड स्पेशिलिस्ट, ऑर्थोपैडिक सर्जन, एनेस्थीसिया, डेनटिस्ट आदि की तैनाती के निर्देश दिये गये हैं, जबकि दूसरे चरण में एक वर्ष के भीतर उप जिला अस्पतालों एवं ब्लॉक स्तर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में पौथोलॉजी जांच, आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता के साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित करने को कहा गया है। उन्होने कहा कि स्वास्थ्य मेले में आयुक्त, जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी एवं उप जिलाधिकारियों द्वारा अनिवार्य रूप से उपस्थिति अनिवार्य रहेगी। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि स्वास्थ्य मेले का आयोजन भव्य हो और मेले के आयोजन का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करें, ताकि अधिक से अधिक लोग स्वास्थ्य मेले का लाभ ले सकें। उन्होंने कहा कि मेले के भव्य आयोजन हेतु सम्बन्धित विभाग आपस में समन्वय बनाकर कार्य करें। किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही न बरती जाये।
उक्त दिए गए निर्देशों के क्रम में जिलाधिकारी वन्दना ने मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 आर सी पंत को निर्देश दिये कि एक दिवसीय ब्लॉक स्तर पर स्वास्थ्य मेले के आयोजन के सम्बन्ध में बैठक आयोजित कर तैयारियां पूर्ण करें। तथा इसका व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार भी करायें। उन्होने सीएमओ को निर्देश दिये कि स्वास्थ्य मेले में आवश्यकतानुसार स्टॉल लगाया जाये ताकि स्वास्थ्य मेले में आने वाले लोगों को सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।