जब तहसीलदार ने मांगी 2 लाख की घूस तो बच्चे रखे गिरवी

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राजस्थान में वर्तमान में गहलोत सरकार प्रदेशभर में महंगाई राहत कैंप लगा रही है जहां लोगों का सरकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है लेकिन इस बीच सीएम अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर से एक दु:खद तस्वीर सामने आई है जहां सिस्टम की मार से परेशान कुछ किसानों ने अपनी पीड़ा जाहिर की है.दरअसल जोधपुर के फलौदी में कुछ किसानों ने जमीन के बंटवारे के कागजात का काम करने के लिए तहसीलदार पर 2 लाख की घूस मांगने का आरोप लगाया है.

 

 

 

 

वहीं किसानों ने तहसीलदार को घूस देने की बजाय अपने 9 बच्चों को वहीं गिरवी रख दिया और वहां से चले गए. वहीं किसानों ने बच्चों के हाथ में तहसीलदार को लेकर तख्तियां थमा दी जहां बच्चे बुधवार रात तक वहीं बैठे रहे. वहीं घटना की सूचना फैलने पर हड़कंप मच गया और मौके पर एसडीएम और अन्य अधिकारी पहुंचे.

 

 

 

 

 

 

घटना के मुताबिक बताया जा रहा है कि फलौदी तहसील कार्यालय पर दोपहर में ढढू गांव के 13 किसान अपने 9 बच्चों के साथ पहुंचे थे जहां उनका कहना था कि जमीन बंटवारे के कागजों को लेकर तहसीलदार 2-2 लाख रुपए की रिश्वत मांग रहा है और पैसे नहीं होने पर वह अपने बच्चों को यहां गिरवी रख कर जा रहे हैं.बच्चों को तहसीलदार ऑफिस में छोड़ गए किसान

 

 

 

 

 

 

घटना की जानकारी के मुताबिक फलोदी में एक किसान श्यामलाल बिश्नोई की एक जमीन का मामला 1998 से चल रहा था जिसके बंटवारे को लेकर 14 किसानों के लिए जमीन चिह्नित की गई थी, अब उस जमीन के कागजात बनवाने के एवज में किसानों से तहसीलदार ने 2 लाख की रिश्वत की मांग की जिसके बाद किसानों ने पैसे देने में नाराजगी जाहिर की.वहीं इसके बाद किसान श्यामलाल बिश्नोई बुधवार शाम अन्य किसानों के साथ परिवार के 9 बच्चों को लेकर फलोदी तहसीलदार हुक्मीचंद के ऑफिस पहुंचा और 2 लाख रुपए नहीं होने का कारण बताते हुए बच्चों को वहीं छोड़ कर चले गए. किसानों ने कहा कि जिस दिन उनके पास 2 लाख रुपए हो जाएंगे वह बच्चों को वापस ले जाएंगे.

 

 

 

 

 

 

कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश वहीं मामले के तूल पकड़ने के बाद देर रात सरपंच ने आपसी समझाइश कर बच्चों को वापस गांव भेजा. इधर फलोदी एसडीएम अर्चना व्यास का कहना है कि जमीन को लेकर कोर्ट में बंटवारे का मामला चल रहा है और मौका स्थिति बनाने के लिए दोनों पक्षों में सहमति नहीं बनी थी.वहीं एसडीएम ने बच्चों को तहसीलदार ऑफिस में छोड़ने पर किसान श्यामलाल के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दी है. इधर तहसीलदार हुक्मीचंद ने घूस मांगने के सभी आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें निराधार बताया है. इसके अलावा मामले की जानकारी मिलने पर जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने पूरे घटनाक्रम पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर फलोदी से जांच कर रिपोर्ट मांगी है.
Sorese by social media

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