Uttrakhand News :यहां टैक्सी में दो लाशे मिलने से मचा हडकंप,मामले की हर पहलू से की जा रही है जांच

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देहरादून में एक टैक्सी से दो लाशें मिलीं, जिनमें एक महिला और दूसरा पुरुष था। पुलिस के अनुसार, शराब के अत्यधिक सेवन और एसी की गैस के रिसाव से मौत की संभावना है। हालांकि, पोस्टमार्टम में भी इसका कारण साफ नहीं हुआ।

लिहाजा, दोनों के विसरा और ब्लड सैंपल सुरक्षित रख लिए गए। थानाध्यक्ष पीडी भट्ट के अनुसार, पुलिस को सूचना मिली कि सहस्रधारा हेलीपैड के पीछे टैक्सी में दो लोग बेहोश पड़े हैं। जांच की गई तो काठबंगला क्षेत्र निवासी राजेश साहू (50 वर्ष) और महेश्वरी देवी (45 वर्ष) टैक्सी में बैठी हुई अवस्था में अचेत पाए गए। दोनों की मौत हो चुकी थी।

फॉरेंसिक एक्सपर्ट बुलाए गए। टैक्सी लॉक नहीं थी। स्टार्ट का स्विच ऑन था। सैंपल लिए जाने के बाद पुलिस ने टैक्सी स्टार्ट करने की कोशिश की, लेकिन वह चालू नहीं हुई। संभावना है कि पेट्रोल खत्म होने पर टैक्सी बंद हुई होगी। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिए गए।

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💠कार में गैस भरने की आशंका

टैक्सी के सभी शीशे पूरी तरह बंद थे। सभी शीशों पर फॉग जमा था। शुरुआती जांच के बाद पुलिस का मानना है कि दोनों ने शराब का सेवन किया था। कार का एसी ऑन होने के कारण कार में बाहर की हवा आने का रास्ता नहीं था। ऐसे में कार में गैस भर गई होगी, जिससे सांस लेने में दिक्कत हुई होगी।

💠देसी शराब के टेट्रा पैक कब्जे में लिए

पुलिस के मुताबिक, टैक्सी के भीतर शराब पीने के साक्ष्य नहीं मिले। हालांकि, टैक्सी के पास देसी शराब के कई टेट्रा पैक पड़े हुए थे, जिनको पुलिस ने कब्जे में ले लिया। मृतक महिला महेश्वरी देवी विधवा थी। जबकि, राजेश साहू का भरा-पूरा परिवार है। राजेश टैक्सी चलाता था।

💠एग्जॉस्ट सिस्टम में खराबी से हो सकता गैस का रिसाव

दून अस्पताल के टीबी एंड चेस्ट विभाग के एचओडी डॉ. अनुराग अग्रवाल के अनुसार, गाड़ी में एसी चलने पर अगर इंजन सही तरीके से मेंटेन न किया गया हो या एग्जॉस्ट सिस्टम में कोई खराबी हो तो कार्बन मोनोऑक्साइड गैस का रिसाव हो सकता है। यह जहरीली होती है और खून में हीमोग्लोबिन से घुल जाती है, जिससे शरीर के अंगों तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती।

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ऐसी स्थिति में यह जानलेवा साबित हो सकती है। दून मेडिकल कॉलेज के फिजिशियन डॉ. कुमारजी कौल के अनुसार, अगर गाड़ी पूरी तरह से बंद है और अंदर की हवा बाहर नहीं जा रही है तो यह बंद चैम्बर बन जाता है। इस स्थिति में एसी चलाना भी खतरनाक हो सकता है, क्योंकि एयरफ्लो की कमी से ताजी हवा अंदर नहीं आ पाती है।

💠आसपास के लोगों से पुलिस ने की पूछताछ

पुलिस के अनुसार, फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान कोई संदिग्ध वस्तु या साक्ष्य नहीं मिला। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है। इस मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है।

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