Uttrakhand News :10 दिन बाद उत्तर प्रदेश में मिली उतराखंड से लापता नर्स की लाश,झाड़ियों में मिला सड़ा-गला शव
निजी अस्पताल की लापता नर्स की 10 दिन बाद उत्तर प्रदेश के डिबडिबा क्षेत्र के एक खाली प्लाट में लाश मिलने से हड़कंप मच गया। बिलासपुर उप्र थाना पुलिस के साथ ही रुद्रपुर पुलिस ने मौके पर पहुंच जानकारी ली।
💠शव पोस्टमार्टम के लिए उप्र पुलिस जांच में जुटी है।
आशंका है कि महिला की हत्या कर शव खाली प्लाट स्थित झाड़ियों में फेंका होगा। शव के क्षत-विक्षत होने के चलते शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं दिख रहे हैं। पुलिस के अनुसार मूलरूप से गदरपुर और हाल बिलासपुर, डिबडिबा स्थित वसुंधरा इन्क्लेव निवासी 32 वर्षीय तस्लीम जहां पुत्री नफीस अहमद रुद्रपुर के निजी अस्पताल में नर्स थी।
बताया जा रहा है कि 30 जुलाई की रात से वह गायब थी। 31 जुलाई को रुद्रपुर कोतवाली में तस्लीम जहां की बहन शाहिबा ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। उसका कहना था कि तस्लीम जहां आखिरी बार इंदिरा चौक पर दिखी थी। इस दौरान जांच में पुलिस को वह सीसीटीवी की फुटेज में 30 जुलाई की शाम अपने घर से 50-100 मीटर की दूरी तक जाते हुए दिखी। इसके बाद फुटेज नहीं मिली।
💠खाली प्लाट पर उगी झाड़ियों में मिला सड़ा-गला शव
उसकी तलाश में पुलिस ने आसपास सहित उप्र पुलिस से भी संपर्क किया था। इधर, गुरुवार रात डिबडिबा क्षेत्र में ही वसुंधरा इन्क्लेव से कुछ आगे खाली प्लाट पर उगी झाड़ियों में महिला का सड़ा-गला शव मिला। इस सूचना पर उप्र की बिलासपुर थाना पुलिस के साथ ही एसपी सिटी मनोज कत्याल, एसपी क्राइम चंद्रशेखर घोड़के, कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जानकारी ली।
कपड़ों के आधार पर स्वजन ने शव की पहचान तस्लीम के रूप में की। एसपी क्राइम घोड़के ने बताया कि प्रथम दृष्टया हत्या की आशंका है। शव क्षत-विक्षत हालत में होने से शरीर पर किसी प्रकार के चोट के निशान नहीं दिख रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही उसकी मौत के कारणों की पुष्टि होगी।
💠शव 10 दिन पुराना या केमिकल से गला छिपाई पहचान
फुटेला अस्पताल की नर्स का लापता होने के 10 दिन बाद मिले क्षत-विक्षत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। स्वजन का आरोप है कि पहचान छिपाने के उद्देश्य से हत्यारों ने शव केमिकल से गलाया है। उनके अनुसार ऐसा केमिकल मेडिकल स्टोर या फिर अस्पताल में ही मिलता है। ऐसे में पुलिस इस रहस्य से परदा उठाने में जुट गई है।
चाय की ठेली से परिवार का भरण-पोषण करने वाले गदरपुर निवासी नफीस अहमद के सात बच्चे हैं। 30 जुलाई की रात से लापता उनकी बड़ी पुत्री तस्लीम जहां रुद्रपुर के फुटेला अस्पताल में नर्स थी और डिबडिबा बिलासपुर स्थित वसुंधरा इन्क्लेव में रहती थी। गुरुवार रात शव बरामद होने के बाद पुलिस अधिकारी इसके क्षत-विक्षत की वजह इसका कई दिन पुराना होना बता रहे हैं।
जबकि स्वजन का आरोप है कि बिलासपुर पोस्टमार्टम हाउस में उन्हें मौखिक रूप से बताया गया कि केमिकल डालकर शव को गलाया गया है। यह केमिकल मेडिकल स्टोर और अस्पताल में ही मिलता है। ऐसे में स्वजन ने हत्या के पीछे अस्पताल के किसी न किसी व्यक्ति पर संदेह जताया है।
💠मृतका के पास थे दो मोबाइल, एक बरेली में मिला
मृतका के छोटे भाई रफीक ने बताया कि उसकी बहन के पास दो मोबाइल थे। इनमें से एक बरेली में मिला। जब जानकारी ली गई तो पता चला कि किसी चोर से मोबाइल मिला है। जबकि दूसरे मोबाइल का अभी तक पता नहीं चला है। बताया कि इसकी बरामदगी पर हत्यारों के संबंध में कई साक्ष्य मिल सकते है।
💠सर्विलांस पर लगाए मोबाइल नंबर
तस्लीम जहां की लाश मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है। साथ ही मृतका का मोबाइल सर्विलांस पर लगाकर पुलिस सीडीआर भी निकाल रही है। ताकि उसके लापता होने से पहले और बाद में की गई काल की डिटेल मिल सके।
💠घटनास्थल और आसपास खंगाले जा रहे सीसीटीवी
तस्लीम जहां के लापता होने के बाद पुलिस ने सीसीटीवी चेक किए तो वह काशीपुर रोड पर गाड़ी से उतरते दिखी थी। शव बरामद होने के बाद अब पुलिस घटनास्थल और आसपास के क्षेत्र में लगे कैमरे खंगाल रही है।
💠सात-आठ साल पहले हुआ तलाक, पुत्री का रो-रोकर बुरा हाल
मृतका के छोटे भाई रफीक ने बताया कि सात-आठ साल पहले ही उसकी बहन का अपने पति से तलाक हो गया था। उसकी एक पुत्री भी है, घटना के बाद जिसका रो-रोकर बुरा हाल है।