बगेश्वर अंतिम संस्कार के लाचार परिवार के लिए आगे आये रेडक्रास और पुलिस

बागेश्वर बुजुर्ग शंकर राम चल बसे उनकी सांसें थमते
ही परिजन इतने लाचार थे कि अंतिम संस्कार तक के लिए पैसे नहीं थे।पत्नी रेनू ने बाजार में दर-दर गुहार लगाई। यह देख रेडक्रास सोसायटी,पुलिस, व्यापारियों और राजनीतिक दलों के नेताओं ने मानवता का धर्म निभाया।
पैसे जमाकर शंकर राम की अंत्येष्टि की गई।दौलाघट, गोविंदपुर(रानीखेत )निवासी 63 वर्षीय शंकर राम 20 साल पहले मजदूरी के लिए बागेश्वर आए। उनके साथ उनकी पत्नी और बच्चे भी रहने लगे। यह परिवार मजदूरी कर जीवन यापन कर रहा है और पिंडारी रोड स्थित एक मकान की छत पर खुले आसमान के नीचे रहता है। शंकर राम कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। बृहस्पतिवार की शाम उनका निधन हो गया। इससे उनकी पत्नी रेनू और बेटा चंदू बदहवास हो गए। उनके पास अंतिम संस्कार के लिए न तो पैसा था और न कंधा देने के लिए लोग।
खुद को संभालते हुए पति के अंतिम संस्कार के लिए मदद मांगने मीट मार्केट पहुंची। कोतवाली जाकर गुहार लगाई। इस दौरान पुष्पा धपोला नामक महिला ने जिला रेडक्रास सोसायटी के सचिव आलोक पांडेय को इसकी जानकारी दी।
इसके बाद कोतवाली पुलिस, रेडक्रास सोसाइटी के पदाधिकारी, भाजपा जिला अध्यक्ष इंद्र सिंह फर्स्वाण,
कांग्रेस जिला अध्यक्ष भगवत सिंह डसीला,नगर पालिका में कार्यरत्त दिपक सिंह कार्की ,फड़ व्यवसायी एसोसिएशन के अध्यक्ष किशन राम,बंटी खेतवाल,जावेद अहमद और मीट व्यवसायियों की आर्थिक मदद से अंतिम संस्कार की सामग्री जुटाई गई।
रिपोटर हिमांशु गढ़िया










लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 वॉट्स्ऐप पर हमारे समाचार ग्रुप से जुड़ें