गणतंत्र दिवस पर इस बार दिखेगा मेड इन इंडिया’ और ये होगा खास

गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार इस साल सिर्फ ‘मेड इन इंडिया’ हथियारों का होगा प्रदर्शन, क्या कुछ होगा और खास…जानें डिटेल
दिल्ली: भारत का 74वां गणतंत्र दिवस परेड गुरुवार को इस बार बेहद खास होने वाला है। दरअसल, इस बार परेड में भारतीय सेना केवल ‘मेड इन इंडिया’ हथियारों और उपकरणों का प्रदर्शन करेगी।
इसके अलावा पारंपरिक रूप से 21 तोपों की सलामी देने वाली 25-पाउंडर गन की जगह इस बार 105 एमएम इंडियन फील्ड गन का इस्तेमाल भी किया जाएगा।
इस बार के परेड में एक अन्य खास बात ये भी होगी कि इसमें मिस्र का एक सैन्य दल हिस्सी लेगा। इसके अलावा सेना में नए भर्ती अग्रिवीर, बीएसएफ के ऊंट दल के हिस्से के रूप में महिला सैनिक और 144 नाविकों के नौसेना दल का नेतृत्व करती एक महिला अधिकारी भी इस परेड की खास विशेषता होगी। ये पहल परेड में ‘नारी शक्ति’ को प्रदर्शित करेगी।
नौसेना का IL-38 विमान, जिसने चार दशकों से अधिक समय तक समुद्री सेना की सेवा की, वह भी इस बार परेड के लिए अपना अंतिम टेक-ऑफ लेने के साथ इतिहास का हिस्सा बन जाएगा।
रिपब्लिक डे परेड के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए दिल्ली क्षेत्र के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल भवनीश कुमार ने कहा, ‘परेड विजय चौक से सुबह 10.30 बजे शुरू होगी और टुकड़ी सीधे लाल किले तक मार्च करेगी।’ कोरोना महामारी के दौरान लाल किले तक परेड के पारंपरिक मार्ग को तमाम प्रतिबंधों के कारण बंद कर दिया गया था।
मेजर जनरल कुमार ने कहा, ‘इस साल परेड का लक्ष्य आत्मनिर्भर भारत है क्योंकि कर्तव्य पथ पर इस बार ज्यादातर जो हथियार प्रदर्शित किए जाएंगे वे स्वदेशी होंगे।’
उन्होंने कहा इस बार 21 तोपों की सलामी के लिए स्वदेशी 105 मिमी इंडियन फील्ड गन ब्रिटिश काल की 25-पाउंडर तोपों की जगह लेगी, जिनका इस्तेमाल द्वितीय विश्व युद्ध में किया गया था। हालांकि इन देसी बंदूकों का इस्तेमाल पिछले साल स्वतंत्रता दिवस के दौरान भी किया गया था, लेकिन यह पहली बार है जब गणतंत्र दिवस पर इनका इस्तेमाल किया जाएगा।
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी को इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। मिस्र का 120 सदस्यीय सैन्य दल पहले से ही अपने भारतीय सैनिकों के साथ गणतंत्र दिवस परेड के लिए अभ्यास कर रहा है। मेजर जनरल कुमार ने कहा कि महिला अधिकारी भी सिग्नल कोर, आर्मी एयर डिफेंस और आर्मी डेयरडेविल्स की टुकड़ियों का हिस्सा होंगी।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार परेड में डेयरडेविल टीम के कोर का संयुक्त रूप से नेतृत्व करने वाली लेफ्टिनेंट डिंपल सिंह भाटी ने कहा, ‘हालांकि डेयरडेविल्स पिछले 13 सालों से परेड का हिस्सा रहे हैं, मैं पहली बार भाग ले रहा हूं। मैं पहली पीढ़ी की सेना अधिकारी हूं और परेड का हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस कर रही हूं। हमारी टीम के एक सदस्य हवलदार मोंडल भी मोटरसाइकिल पर चढ़कर 18.8 फुट लंबी सीढ़ी पर चढ़कर अपना ही विश्व रिकॉर्ड तोड़ने की कोशिश करेंगे।’ जोधपुर की रहने वाली लेफ्टिनेंट डिंपल पिछले एक साल से 50 सीसी मोटरसाइकिल पर अपनी कलाबाजी दिखाने का अभ्यास कर रही हैं।
26 जनवरी की परेड के बाद 29 जनवरी को होने वाला बीटिंग रिट्रीट समारोह भी इस बार खास रहने वाला है। इस समारोह में ‘भारत में सबसे बड़ा ड्रोन शो’ दिखाया जाएगा, जिसमें 3,500 स्वदेशी ड्रोन शामिल होंगे और रायसीना हिल पर शाम के समय आकाश को रोशन करेंगे। अपने शो के दौरान ये ड्रोन राष्ट्रीय आंकड़ों और घटनाओं को रोशनी के माध्यम से प्रदर्शित करेंगे। इसके अलावा, पहली बार, नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक के आगे के हिस्से पर बीटिंग रिट्रीट के दौरान एक 3डी एनामॉर्फिक प्रोजेक्शन का भी आयोजन किया जाएगा।










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