कोटद्वार बेस चिकित्सालय प्रशासन ने 100 स्वास्थ्य कर्मियों को नौकरी से निकाला,कर्मियों ने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन

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कोटद्वार: स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना काल में कोविड-19 मरीजों के स्वास्थ्य सेवा के लिए रखे गए कर्मियों की सेवा समाप्त कर बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।विभाग ने कोविड महामारी के दौरान राज्य में 2200 स्वास्थ्य कर्मियों को दैनिक नियुक्ति पर रखा था।स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार राज्य में कोविड का एक भी मरीज नहीं है‌। जिसके बाद अब विभाग ने 22 सौ कर्मियों की छुट्टी कर दी है।

जाने पूरा मामला

 विभाग ने जनपद पौड़ी में 140 स्वास्थ्य कर्मियों की दैनिक नियुक्ति की थी।जिसमें से सभी को 14 मार्च को आरोप है कि बगैर मानदेय दिए बाहर का रास्ता दिखा दिया है।जनपद में सबसे ज्यादा भर्ती मरीजों को स्वास्थ्य लाभ देने वाले कोटद्वार बेस चिकित्सालय प्रशासन ने  100 स्वास्थ्य कर्मियों की सेवा निरस्त की है।
स्वास्थ्य सेवा देने वाले कर्मियों का कहना कि पिछले 6 माह का वेतन उन्हें नहीं दिया गया है।बिना कारण बताए सेवा समाप्त कर दी है‌।

बेस चिकित्सालय प्रशासन ने 14 मार्च से कर्मियों की सेवा कर दी थी निरस्त

कोटद्वार बेस अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों की भारी कमी बनी हुई है। स्वास्थ्य कर्मी रोहित ने बताया 2022 में विभाग ने छह माह तक स्वास्थ्य सेवा देने का वादा किया। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में समायोजित करने की बात कही।हिमांशु जुयाल ने बताया कि कोविड में सभी स्वास्थ्य कर्मियों ने सेवा भाव से कोरोना मरीजों की सेवा की।कोटद्वार बेस चिकित्सालय प्रशासन ने 14 मार्च से सेवा निरस्त कर दी है।

स्वास्थ्य कर्मियों को दोबारा से सेवा के लिए रखा जायेगा -विधानसभा अध्यक्ष

चिकित्सालय द्वारा सेवा निरस्त करने पर स्वास्थ्य कर्मियों ने कोटद्वार बेस अस्पताल के आपातकालीन परिसर के बाहर काली पट्टी बांध कर स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।स्वास्थ्य सेवा कर्मियों ने स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत से मांग की ,कि जल्द सभी कोरोना काल में दैनिक नियुक्ति पर लगे कर्मियों को स्वास्थ्य विभाग में समायोजित किया जाये। पूर्व में कोटद्वार विधायक एवं उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्षा ने कोटद्वार बेस चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान भी स्वास्थ्य कर्मियों को आश्वासन दिया कि कोटद्वार बेस अस्पताल वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी से बात कर स्वास्थ्य कर्मियों को दोबारा से सेवा के लिए रखा जायेगा।

रिपोर्टर – रोशनी बिष्ट

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