बागेश्वर में नदियों व तालाबों में जनपद की बढ़ती घटनाओं में कई घरों के बुझ चुके है चिराग़
बागेश्वर जनपद जनपद में नदियों तालाबों में युवाओं के नहाने के दौरान डूबने हादसों में लगातार हो रहा है इज़ाफा कई घरों के बुझ चुके है चिराग़
बागेश्वर जनपद के विभिन्न विकासखंडों में नदियों तालाबों में युवाओं के नहाने के दौरान डूबने हादसों में लगातार इज़ाफा हो रहा है कई घरों के चिराग़ बुझ चुके है।
इन सभी मामलों में प्रथम दृष्टया अभिवावकों की घोर लापरवाही सामने आ रही साथ ही जानकारियों का अभाव ताज़ा ममला सरयू नदी में एक और किशोर के डूबने का आया 23जून को कोतवाली अंतर्गत झटक्वाली की घटना के बाद इस जून माह में डूबने वालों की संख्या 07हो गई है।
इन घटनाओं में काल के गाल में समाने वाले सभी किशोर हैं। इससे तस्वीर साफ हो रही है कि किशोरों की बेपरवाही लापरवाही बढ़ रही है तो अभिभावक भी किशोरों को दिशा निर्देश देने या उन पर निगाह रखने में असफल रहे हैं।
एक जून को थाना बैजनाथ में दो किशोर नदी में नहाने गए और नदी ने उनकी जिंदगी लील ली। ठीक 13 दिन बाद ही कपकोट में गोगिना गांव में बिर्थी गधेरे ने चार किशोरों की जिंदगी खत्म हो गई। इधर, 23जून को बागेश्वर कोतवाली अंतर्गत झटक्वाली में एक किशोर और सरयू नदी में नहाने के दौरान काल के मुह में समा गया। एक माह में तीन घटनाएं और सात के मारे जाने की घटना से साफ हो गया है कि अभिभावकों द्वारा भी इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है,
साथ ही किशोर भी जानकारी और उचित मार्गदर्शन के अभाव में किसी अनहोनी घटना से अंजान होकर स्टंट भी कर रहे हैं। इससे उनके घरों के चिराग बुझ रहे हैं और उनको जान से हाथ धोना पड़ रहा है। ऐसे में सख्त आवश्यकता है अभिवावकों को अपने किशोरों की हर गतिविधियों पर नज़र रखें।
रिपोर्ट हिमांशु गढ़िया