Health Tips:खाना निगलने में हो रही है दिक्कत तो अलर्ट हो जाएं! इन बीमारियों का होता है संकेत, ऐसे करे बचाव

ख़बर शेयर करें -

क्या आपको भी खाना निगलने में दिक्कत होती है, अगर हां तो सावधान हो जाइए. क्योंकि ये खतरनाक बीमारी के संकेत हो सकते हैं. एकेलेसिआ कार्डिआ एक ऐसी ही बीमारी है, जिसमें खाना निगलने में परेशानी होती है. 25 से 70 साल तक के लोगों में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है।इस बीमारी के चलते खाना निगलते समय सीने में दर्द महसूस होता है।कुछ लोगों को खाना खाते समय अचानक से तेज खांसी भी आती है. अगर समय रहते इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया तो ये गंभीर हो सकती है। आइए जानते हैं इस बीमारी के बारें में सबकुछ…

🔹केलेसिआ कार्डिआ बीमारी क्या है

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, पिछले कुछ समय में इस बीमारी के केस पढ़े हैं।ये फूड पाइप की बीमारी है, जिसका प्रभाव मरीज की पूरी बॉडी पर पड़ता है।इस बीमारी की चपेट में आने पर खाना पीना ठीक से नहीं हो पाता है. इससे पेट से जुड़ी प्रॉब्लम्स बढ़ने लगती हैं। यह हमारी दिनचर्या को भी प्रभावित करता है. वजन भी तेजी से कम होता है।इन सभी का एक ही कारण होता है, ठीक तरह से भोजन न कर पाना।

यह भी पढ़ें 👉  World Heart Day 2023:हार्ट डिजीज को लेकर इन गलतफहमियों के शिकार कहीं आप भी तो नहीं?

🔹एकेलेसिआ कार्डिआ के न समझें पेट की बीमारी

कई बार इसकी वजह से पेट की समस्याएं बढ़ती हैं, जिसे लोग पेट की समस्या मान लेते हैं लेकिन ये एकेलेसिआ कार्डिआ भी हो सकती है. अगर लंबे समय तक बीमारी बनी रहे और इसका इलाज न कराया जाए तो कैंसर का रूप भी ले सकती है. इसलिए जब कभी भी खाना निगलने में समस्या हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए. इसे हल्के में लेने से बचना चाहिए।

🔹एकेलेसिआ कार्डिआ की पहचान और इलाज

यह भी पढ़ें 👉  Almora News:लंबित मांगों पर कार्यवाही न होने के विरोध में शिक्षकों ने काली पट्टी बांध कर जताया विरोध

हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, एकेलेसिआ कार्डिआ बीमारी की पहचान के लिए अपर जीआई एंडोस्कॉपी कराई जाती है.प्रॉसेस से इस बीमारी का इलाज किया जाता है. यह एक तरह की सर्जरी होती है. एकेलेसिया कार्डिया और स्पास्टिक एसोफेजियल जैसी बीमारियों में यह काफी बेहतर मानी जाती है।

🔹गले के दर्द से निपटने के तरीके भी जान लीजिए

डॉ. गौरव के मुताबिक, अगर संक्रमण बैक्टीरिया से होता है तो एंटीबायोटिक्स काम नहीं आती। ऐसे में मरीज को आराम करने की सलाह दी जाती है और गले के दर्द को कम करने के लिए पैरासिटामॉल प्रिस्काइब करते हैं।ऐसा होने पर पानी पीना न छोड़ें। नमक के पानी से कुल्ला करें।हल्के गुनगुने पानी में शहद और नींबू का रस मिलाकर पिएं। या काढ़ा भी ले सकते हैं।इसके अलावा गर्म पानी की भांप भी असर दिखाती है।