चंपावत सतत् विकास को जन-जन तक पहुॅचाने हेतु जिलाधिकारी ने चलाया जागरुकता अभियान
चंपावत सतत् विकास को जन-जन तक पहुॅचाने हेतु जागरुकता अभियान एवं अन्य कार्यक्रमों का आयोजन जिले में किया जा रहा है। इस सम्बन्ध में जनपद स्तर पर जिला अधिकारी कार्यालय विकास भवन अंतर्गत सभी कार्यालयों में सतत् विकास लक्ष्यों (एस0डी0जी0) हेतु 25 सितम्बर को 7वीं वर्षगांठ मनाये जाने के उपलक्ष्य में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के अन्तर्गत एक परिचर्चा व हस्ताक्षर अभियान का आयोजन एक दिन पूर्व शनिवार को किया गया।
हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी द्वारा की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि ग्राम पंचायत तथा विद्यालय स्तर पर सतत् विकास लक्ष्य से संबधित कार्यक्रमों का आयोजन कर इस हेतु जनजागरूकता अभियान चलाया जाय।
इस दौरान जिला अर्थ एवं सांख्यिकीय अधिकारी *दीप्ति कीर्ति तिवारी ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 25 सितम्बर 2015 को सतत विकास लक्ष्य एजेण्डा-2030 अंगीकृत किया गया था। सतत् विकास लक्ष्य एजेण्डा 2030 की इस वर्ष 7वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है*। भारत सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा एस0डी0जी0 के स्थानीय स्तर पर नियोजन, क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण को काफी महत्व दिया जा रहा है।
इस दौरान उन्होंने सतत् विकास लक्ष्य के बारे में विस्तृत रुप से अवगत कराया गया। *उन्होंने बताया कि राज्य में सतत विकास लक्ष्यों को 2030 उससे पूर्व प्राप्त करने हेतु वचनबद्ध है*। 2015 में संयुक्त राष्ट्र संघ के 193 देशों ने सतत विकास के 17 लक्ष्यों को 2030 तक प्राप्त करने की ठानी है। सतत विकास के लक्ष्य, सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय संतुलन के साथ समावेशी विकास के संकल्प को दर्शाते हैं।
कार्यक्रम में इस क्षेत्र में कार्य कर रही रीडर्स संस्था की कोऑर्डिनेटर संतोषी आर्या, सतीष पांडेय, अपर संख्याधिकारी आर के जायसवाल आदि उपस्थित थे।