चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं को लाइन की समस्या से मिलेगी निजात, पर्यटन विभाग ने लागू किया टोकन सिस्टम

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Chardham Yatra 2023: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर प्रशासन के स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। श्रद्धालुओं के लिए यात्रा सुविधाजनक बनाने के लिए नए दिशानिर्देश लागू किए गए हैं जिसके तहत टोकन सिस्टम की व्यवस्था की गई है यानी अब श्रद्धालुओं को बाबा भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए टोकन लेना पड़ेगा।सरकारी बयान के मुताबिक टोकन सिस्टम श्रद्धालुओं को लंबी लाइन से बचाने में मददगार साबित होगा।

दिक्कत को देखते हुए तैयार किया गया टोकन सिस्टम

बीते साल रिकॉर्ड 16 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए थे। सावन और भाद्रपद के दौरान श्रद्धालुओं को खराब मौसम का सामना करना पड़ा। बावजूद उसके वे बारिश के दौरान कतारों में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे। दिनभर लाइन में खड़े होने के बावजूद भी श्रद्धालुओं को बाबा के दर्शन नहीं हो पाते थे। उनकी इसी दिक्कत को देखते हुए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने टोकन सिस्टम तैयार किया है।

चार घंटे के लिए वैध रहेगा टोकन

उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओऱ से जारी बयान में कहा गया है कि चारों धाम में टोकन व्यवस्था के जरिए यात्रा को सुगम बनाया जाएगा।यह टोकन चार घंटे के लिए वैध रहेंगे और एक-एक घंटे के अंतर पर जारी किए जाएंगे।इस साल चारधाम यात्रा की शुरुआत 22 अप्रैल को होगी। उस दिन श्रद्धालु यमुनोत्री और गंगोत्री में मंदिर के दर्शन कर पाएंगे जबकि 25 अप्रैल को केदारनाथ और 27 अप्रैल को बद्रीनाथ धाम की यात्रा शुरू होगी। हर साल अप्रैल-महीने में ही यात्रा की शुरुआत होती है अक्टूबर-नवंबर तक धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाते हैं. 2023 की यात्रा को लेकर रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन की तरफ से सुरक्षा, साफ-सफाई, पार्किंग और भाषा संबंधी होने वाली समस्याओं पर काम शुरू कर दिया गया है।

रिपोर्टर – रोशनी बिष्ट 

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