Uttarakhand News:यहां पत्रकार से बदसलूकी दारोगा को पड़ी भारी, सीएम धामी के निर्देश के बाद DGP ने किया सस्पेंड
देहरादून में विजयदशमी के दिन पत्रकार के साथ बदसलूकी करने का मामला सामने आया है।वर्दी के रौब में दशहरा मेले में तैनात एक दरोगा आपा खो बैठा। दरोगा ने वहां कवरेज के लिए गए पत्रकार से बदसलूकी कर डाली।
🔹अगली कार्रवाई तीन दिन बाद
परिचय सुनने के बाद भी दरोगा नहीं रुका और उन्हें धकियाते हुए ले गया। वीडियो वायरल होने के बाद कप्तान शुरुआत में दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया। बाद में डीजीपी के आदेश पर उसे सस्पेंड कर दिया गया। डीजीपी ने इस मामले की जांच रिपोर्ट तीन दिन में मांगी है। दरोगा के खिलाफ अगली कार्रवाई तीन दिन बाद की जा सकती है।
🔹जाने पूरा मामला
दशहरा मेले में मंगलवार को हजारों की संख्या में लोग आए थे। वहां पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स भी तैनात थी। इनमें एसओजी में तैनात दरोगा हर्ष अरोड़ा की भी ड्यूटी लगी थी। शहर के एक वरिष्ठ पत्रकार भी कवरेज पर पहुंचे थे। कुछ अन्य मीडियाकर्मी भी वहां पर खड़े हुए थे। इसी बीच पत्रकार ने अंदर जाने की बात की तो दरोगा पत्रकार से बदसलूकी करने लगा। पत्रकार ने अपना परिचय भी दिया। इस पर दरोगा हर्ष अरोड़ा और ज्यादा गुस्सा हो गए। दरोगा ने आव देखा न ताव पत्रकार को धकियाने लगे। एक नहीं बल्कि कई बार धक्का देते हुए पत्रकार को काफी दूर तक ले गए। इसी बीच वहां तैनात रहे एसएचओ डालनवाला राजेश साह व अन्य पुलिस अधिकारियों ने उन्हें संभाला।
🔹दरोगा को सस्पेंड करने के दिए निर्देश
घटना की वीडियो शाम से ही वायरल होने लगी। कप्तान अजय सिंह ने इस मामले का संज्ञान लेकर दरोगा हर्ष अरोड़ा को लाइन हाजिर कर जांच सीओ डालनवाला को सौंप दी। इसके बाद प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष नवीन थलेड़ी और भूपेंद्र कंडारी के नेतृत्व में पत्रकारों का एक प्रतिनिधिमंडल डीजीपी से मिला। वहां पर उन्होंने इस घटना पर रोष जताया और दरोगा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। इस पर डीजीपी ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया। इसके बाद डीजीपी ने देहरादून कप्तान को दरोगा को तत्काल निलंबित करने और तीन दिन में जांच करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस कप्तान ने शाम के वक्त दरोगा हर्ष अरोड़ा को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए जांच सीओ डालनवाला को सौंप दी है।
🔹अन्य लोग पहचान रहे फिर भी नहीं रुका दरोगा
दरोगा अपनी हनक में इस तरह उतावला हो गया था कि उसने आसपास खड़े लोगों की भी नहीं सुनी। लोग पत्रकार का नाम लेकर बार-बार कह रहे थे। लेकिन, दरोगा उल्टे पत्रकार पर ही टोंट कसते हुए धक्का देने लगा। गनीमत रही कि आगे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी व कर्मचारी खड़े थे नहीं तो दरोगा कुछ और कदम भी उठा सकता था।