Big news :- विवाद के चलते अल्मोड़ा के रावण का नहीं हो पाया दहन अपनी जगह वापस आया रावण का पुतला
आज तक के इतिहास में पहला मामला जहाँ रावण के पुतले के दहन किये बिना ही वापस लाया गया
अल्मोड़ा से इस वक्त की बड़ी खबर अल्मोड़ा से है यहाँ के रावण का नही हो पाया दहन नहीं हो पाया आपको मामला उस समय से बिगड़ा जब देवान्तक और रावण के पुतलों के लोंगो के बीच झगड़ा हो गया
ये मामला पुतला ले जाते वक्त अल्मोड़ा के चौक बाज़र में हुआ किसी तरह समिति के लोगों के समझाने के बाद मामला सुलझ गया जिसमें कहा गया कि स्थानीय स्टेडियम में जहाँ रावण परिवार का दहन होना था
वहाँ पर माफी मांगने की बात को लेकर समझौता हुआ पर वहाँ माफी नही मांगे जाने पर रावण समिति के लोग रावण के दहन करे बिना ही उसे वापस अल्मोड़ा लाल बाज़र ले के आ गए अब रावण का पुतला अभी भी वही खड़ा है
Almora Big Breking
Location Almora
रिपोटर हरीश भण्डारी
Mob 9411119888
Anchor–अल्मोड़ा में 1865 से चली आ रही परम्परा में रावण के पुतले का दहन दशहरे के दिन किया जाता है पर इसबार इस परंपरा में विवाद के चलते रावण का पुतले का दहन नही किया गया जो अल्मोड़ा के इतिहास की पहली घटना है
जहाँ पूरे देश मे कल दशहरे के पर्व पर रावण परिवार का दहन होता है वहीं अल्मोड़ा में ये परम्परा अधूरी रह गयी जी हाँ अल्मोड़ा में रावण परिवार के 22 पुतले बनाये गए थे जिसमें से 21 पुतलों का दहन स्थानीय हेमवती नंदन स्टेडियम किया गया पर भारी विवाद के चलते रावण के पुतले का दहन नही किया गया पुतले को वापस लाला बाजार में ही रख दिया गया है
दरसल अल्मोड़ा में पुतलों को बाज़र भर्मण कर स्थानीय स्टेडियम ले जाकर धन किया जाता है और अल्मोड़ा चौक बाज़र में देवान्तक व रावण के पुतलों के लोगों के बीच झगड़ा हो गया जो इतना बढ़ गया कि उसमें दशहरा समिति के लोगों को बचाव करना पड़ा जिसमे तय हुआ कि समिति व देवान्तक पुतले के लोग स्टेडियम में माफी मांगेंगे पर ऐसा नही हुआ जिसको लेकर रावण पुतला समिति के लोग रावण के पुतले को वापस ले एसए औऱ जहाँ बनाया गया लाला बाज़र में वहीं खड़ा कर दिया गया अभी भी पुतला वही खड़ा है
अल्मोड़ा में 1865 से चली आ रही परम्परा में रावण के पुतले का दहन दशहरे के दिन किया जाता है पर इसबार इस परंपरा में विवाद के चलते रावण का पुतले का दहन नही किया गया जो अल्मोड़ा के इतिहास की पहली घटना है
जहाँ पूरे देश मे कल दशहरे के पर्व पर रावण परिवार का दहन होता है वहीं अल्मोड़ा में ये परम्परा अधूरी रह गयी जी हाँ अल्मोड़ा में रावण परिवार के 22 पुतले बनाये गए थे जिसमें से 21 पुतलों का दहन स्थानीय हेमवती नंदन स्टेडियम किया गया पर भारी विवाद के चलते रावण के पुतले का दहन नही किया गया पुतले को वापस लाला बाजार में ही रख दिया गया है
दरसल अल्मोड़ा में पुतलों को बाज़र भर्मण कर स्थानीय स्टेडियम ले जाकर धन किया जाता है और अल्मोड़ा चौक बाज़र में देवान्तक व रावण के पुतलों के लोगों के बीच झगड़ा हो गया जो इतना बढ़ गया कि उसमें दशहरा समिति के लोगों को बचाव करना पड़ा जिसमे तय हुआ कि समिति व देवान्तक पुतले के लोग स्टेडियम में माफी मांगेंगे पर ऐसा नही हुआ जिसको लेकर रावण पुतला समिति के लोग रावण के पुतले को वापस ले एसए औऱ जहाँ बनाया गया लाला बाज़र में वहीं खड़ा कर दिया गया अभी भी पुतला वही खड़ा है