Almora News:अल्मोड़ा के स्वास्थ्य इतिहास में एक क्रांतिकारी कदम अब ‘दूरबीन विधि’ से होंगे ऑपरेशन — संजय पाण्डे के दो वर्षों के संघर्ष से मिली ऐतिहासिक सफलता

0
ख़बर शेयर करें -

अल्मोड़ा, 9 मई 2025 — पंडित हरगोविंद पंत जिला चिकित्सालय, अल्मोड़ा में अब आधुनिक चिकित्सा युग का सूत्रपात हो गया है। वर्षों से जिस चिकित्सा सुविधा का केवल सपना देखा जाता था, वह अब साकार हो चुकी है। लेप्रोस्कोपिक (दूरबीन विधि) सर्जरी मशीन अब अल्मोड़ा जिला अस्पताल में स्थापित कर दी गई है।

यह उपलब्धि सामाजिक कार्यकर्ता संजय पाण्डे के दो वर्षों के सतत संघर्ष, जनसरोकार की प्रतिबद्धता और प्रशासनिक समन्वय का परिणाम है। उन्होंने लगातार शासन, स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन से संवाद बनाए रखा, विशेषज्ञों से संपर्क साधा और जनता की आवाज को शासन तक पहुंचाया।

यह भी पढ़ें 👉  Almora News:SSP अल्मोड़ा द्वारा राज्य सिविल/अवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा केंद्रों पर पुलिस बल को अलर्ट मोड पर रखा गया है परीक्षा केन्द्रों पर पुलिस का कड़ा पहरा परीक्षार्थियों की सघन चेकिंग की गई

लेप्रोस्कोपिक तकनीक से अब पित्ताशय की पथरी, अपेंडिक्स, हर्निया जैसे ऑपरेशन बिना चीर-फाड़, कम दर्द और कम खर्च में किए जा सकेंगे। यह सुविधा अब तक केवल बड़े शहरों तक सीमित थी, लेकिन अब अल्मोड़ा के मरीजों को देहरादून, हल्द्वानी या अन्यत्र नहीं जाना पड़ेगा — इलाज भी यहीं होगा और भरोसा भी यहीं मिलेगा।

संजय पाण्डे ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए उत्तराखंड शासन, स्वास्थ्य विभाग, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रमेश चंद्र पंत, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एच.सी. गड़कोटी, और जिला प्रशासन का विशेष आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा,

यह भी पढ़ें 👉  Uttrakhand News:उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पर स्पष्ट किया कि केदारनाथ धाम की हेली सेवाएं जारी रहेंगी जारी,श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील

“यह केवल एक मशीन नहीं, यह लोगों के विश्वास की वापसी है। आज अल्मोड़ा की धरती पर एक नया सूरज उगा है — जहां जीवन की आशा और इलाज की सुविधा साथ-साथ चलेंगी।”

हालांकि कुछ अंतिम तकनीकी और प्रशासनिक औपचारिकताएं शेष हैं, लेकिन अपेक्षा है कि यह सुविधा शीघ्र ही आम जनता के लिए प्रारंभ कर दी जाएगी।

यह पहल न सिर्फ तकनीकी उन्नति है, बल्कि यह भी प्रमाण है कि यदि नीयत साफ हो और प्रयास निरंतर हों, तो पहाड़ों में भी परिवर्तन संभव है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *