आग की घटनाओं में शामिल व्यक्तियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाय— जिलाधिकारी
जिलाधिकारी वंदना की अध्यक्षता में वनाग्नि रोकथाम एवं जिला गंगा समिति की बैठक नवीन कलेक्ट्रेट में आयोजित की गई। सर्वप्रथम वानाग्नि रोकथाम के बारे में चर्चा की गई
जिसमे प्रभागीय वनाधिकारी महातिम यादव ने प्रजेंटेशन के माध्यम से जनपद में वानाग्नि की घटनाओं एवं आंकड़ों का प्रस्तुतीकरण दिया। इस दौरान प्रभागीय वनाधिकारी ने बताया कि पिछले वर्षों की अपेक्षा जनपद में जंगल की आग की घटनाओं की संख्या कम रही है।
उन्होंने आग पर काबू पाने एवं वानाग्नि की रोकथाम करने के अपने अनुभवों को साझा किया। बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि बीट लेवल समेत सभी स्तर की बैठकों में संबंधित क्षेत्र के महिला मंगल दलों, युवक मंगल दलों एवं स्वयं सहायता समूहों को अनिवार्य रूप से बैठक में प्रतिभाग करने के लिए आमंत्रित किया जाए, जिससे बैठक में लिए निर्णय एवं तैयारियों की जानकारी उन्हें मिल सके।
साथ ही सभी दलों के सुझाव लेकर उन सुझावों पर भी काम किया जाए।मावे गांव में बढ़ने वाली वानाग्नि की घटनाओं पर चिंता जाहिर कर संबंधित अधिकारियों को आग की घटनाओं में शामिल व्यक्तियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। साथ ही कहा कि दर्ज मुकदमे को पुलिस को सौंपकर इस पर कारवाई की जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि प्रति 15 दिन में रेंजर स्तर के अधिकारी भी आग प्रभावित क्षेत्र का लगातार दौरा करें। साथ की उन्होंने कहा कि टारगेटेड एरिया में स्थानीय लोगों के साथ समय समय पर गोष्ठियों का भी आयोजन किया जाए।बैठक में डीएफओ महातीम यादव, अपर मुख्य अधिकारी केएस खाती, स्याही देवी विकास समिति के अध्यक्ष हरीश बिष्ट समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।