Uttarakhand News:पाकिस्तान के मुस्लिमों को बांटेंगे भगवद गीता और गंगाजल, जाने वजह

उत्तराखंड के पिरान कलियर शरीफ में हजरत साबिर मखदूम शाह के 755 वें उर्स में पाकिस्तान व अन्य देशों से आने वाली जायरीनों को गंगाजल और गीता भेंट की जाएगी। उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के चैयरमेन शादाब शम्स ने ये जानकारी देते हुए बताया कि पिरान कलियर शरीफ में हजरत साबिर मखदूम शाह का 755 वां उर्स शुरू हो गया है, इसमें हर साल यहां लाखों की तादाद में जायरीन आते है।
🔹भारत और विदेशों से भारी संख्या में पहुँचते जायरीन
उर्स पिरान कलियर दरगाह पर 13वीं सदी के प्रसिद्ध सूफी संत अलाउद्दीन अली अहमद साबिर कलियारी की याद में आयोजित किया जाता है, जिसमें भारत और विदेशों से भी भारी संख्या में जायरीन पहुंचते हैं।
पिरान कलियर हरिद्वार से लगभग 15 किमी दूर, रूड़की के बाहरी इलाके में सूफी संत का अंतिम विश्राम स्थल है। उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा, “हम “अतिथि देवो भव” के संदेश में विश्वास करते हैं और आगंतुक हमारे लिए भगवान हैं। यदि कोई भी श्रद्धालु मन में शांति और आस्था लेकर देवभूमि उत्तराखंड आ रहा है तो उसे 150 करोड़ सनातन धर्मावलंबियों की राजधानी से यही संदेश भी लेकर जाना चाहिए।
इसलिए, हमने उन्हें ‘भगवत गीता’ और ‘गंगा जल’ देने का फैसला किया। कहा कि हमने उनसे पाकिस्तान में स्थित मंदिरों के पुजारियों को सम्मान के साथ देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि हमने पहले ही पाकिस्तान के जायरीनों से बात की है और उन्होंने इस पहल की सराहना की है। उन्होंने भगवत गीता और गंगा जल लेने पर अपनी सहमति व्यक्त की है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता शम्स ने कहा, “हम उर्दू में भागवत गीता की प्रतियों की व्यवस्था करने की भी कोशिश कर रहे हैं ताकि अगर वे इसे पढ़ना चाहें तो पढ़ सकें।” इस साल उर्स मेले के लिए पाकिस्तान से 110 जायरीनों का जत्था पिरान कलियर पहुंचा है। पिछले साल 150 पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों का एक दल वार्षिक उर्स में पिरान कलियर पहुंचा था।