Uttarakhand News:राफ्टिंग के शौकीनों के लिए खुशखबरी,ऋषिकेश के बाद इस जगह में शुरू होने जा रही रिवर राफ्टिंग, पढ़िए पूरी डिटेल
उत्तराखंड आने वाले सैलानियों के लिए खुशी की खबर है।अब रिवर राफ्टिंग का आनंद ऋषिकेश के अलावा भी उठाया जा सकता है।ऋषिकेश की पहचान रिवर राफ्टिंग के लिए की जाती है।हर साल लाखों की संख्या में सैलानी रिवर राफ्टिंग करने ऋषिकेश आते हैं।
🔹कोसी नदी में की जाने वाली रिवर राफ्टिंग बेहद आसान
अब गवर्नर टाइगर रिजर्व से होकर गुजरने वाली कोसी नदी में भी रिवर राफ्टिंग शुरू कर दी गई है। रिवर राफ्टिंग कोसी नदी में पानी रहने तक चलती है। रामनगर में रिवर राफ्टिंग का समय जून से लेकर अक्टूबर तक है। ऋषिकेश के मुकाबले कोसी नदी में की जाने वाली रिवर राफ्टिंग बेहद आसान और सुरक्षित है। नदी में पानी कम होता है और आसपास पुलिस की तैनाती रहती है।
🔹वाइल्डलाइफ के साथ-साथ एडवेंचर टूरिज्म की सुविधा
इसलिए कोसी नदी में रिवर राफ्टिंग करना अन्य जगहों के मुकाबले काफी सुरक्षित माना जाता है।रिवर राफ्टिंग लगभग 12 किलोमीटर के जल क्षेत्र में कराई जाती है। पर्यटक जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की वाइल्डलाइफ के साथ-साथ एडवेंचर टूरिज्म का भी मजा ले सकते हैं। कोसी नदी में रिवर राफ्टिंग कराने के लिए कई कंपनियों की सेवाएं उपलब्ध हैं।
🔹कोसी नदी के रास्ते लैंडस्केप को देखना बेहद अद्भुत
कंपनियां सरकार के मानकों का पालन करती हैं।रिवर राफ्टिंग करने वालों को कोसी नदी के बीचो-बीच स्थित गर्जिया माता मंदिर से कॉर्बेट टाइगर रिजर्व और रामनगर फॉरेस्ट डिविजन पार करना होता है।रामनगर के प्राकृतिक नजारे आपको झूमने पर मजबूर कर देंगे।
कोसी नदी के रास्ते लैंडस्केप को देखना बेहद अद्भुत होता है।नदी के एक छोर पर बसे शानदार रिसोर्ट का भी नजारा किया जा सकता है। रिवर राफ्टिंग के लिए पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है। पर्यटक जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की खूबसूरती को निहारने के साथ साहसिक पर्यटन को भी पसंद कर रहे हैं।