अल्मोड़ा विवि के जीआईएस के छात्रों ने पाठ्यक्रम से बाहर के प्रश्न पूछे जाने पर चलती परीक्षा का किया बहिष्कार

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अल्मोड़ा: सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा की चल रहीं परीक्षाओं के दौरान जीआईएस (भौगोलिक सूचना प्रणाली) के छात्रों ने परीक्षा का बहिष्कार कर दिया।प्रश्न पत्रों में पाठ्यक्रम से बाहर के प्रश्न पूछे जाने का आरोप लगाते हुए छात्रों ने परीक्षाएं छोड़ दी। मामले का संज्ञान लेते हुए कुलपति ने जांच कमेटी गठित कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।

अध्यापकों का समन्वय नहीं होने से छात्रों को परेशानी का करना पड़ रहा है सामना

एसएसजेयू अल्मोड़ा में जीआईएस का कोर्स पिछले कुछ सालों से संचालित होता आ रहा है।इस कोर्स को करने के लिए उत्तराखंड के विभिन्न जिलों सहित देश के विभिन्न राज्यों से छात्र यहां शिक्षा ग्रहण करने के लिए पहुंचते हैं और प्रवेश लेते हैं। वहीं दूसरी ओर जीआईएस विभाग में अध्यापकों का समन्वय नहीं होने से छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इससे विवि की छवि पर भी खराब असर पड़ रहा है।

छात्रों ने बाकी सभी प्रश्न पत्रों का बहिष्कार कर परीक्षाएं नहीं दी

दरअसल परीक्षाओं से पूर्व निर्धारित पाठ्यक्रम को पूरा नहीं किए जाने की बात छात्रों के द्वारा कही गई है।वहीं कहा गया कि कक्षा में प्रश्नों को प्राध्यापकों से पूछे जाने पर प्राध्यापकों ने कहा कि ये प्रश्न परीक्षा में नहीं आएंगे।लेकिन जब परीक्षा में प्रश्न पत्र दिया गया तो वही प्रश्न पूछे गए। इसके अलावा पाठ्यक्रम से बाहर के प्रश्न पूछे गए.जिसके बाद छात्रों ने बाकी सभी प्रश्न पत्रों का बहिष्कार कर परीक्षाएं नहीं दी।

कुलपति ने मामले का संज्ञान लेकर जांच कमेटी गठित की

छात्र नेता आशीष जोशी ने छात्रों की इस समस्या को लेकर कुलपति से शिकायत की।जोशी ने आरोप लगाया कि विभाग में दूसरी फैकल्टी के शिक्षक भी पढ़ा रहे हैं। जिसके बाद कुलपति ने मामले का संज्ञान लेकर जांच कमेटी गठित की है।विवि के कुलपति प्रो. जगत सिंह बिष्ट ने माना कि जीआईएस विभाग में आपसी समन्वय की बहुत कमी है. वहीं छात्रों में भी तालमेल नहीं है। क्योंकि इस संबंध में अनेक प्राध्यापकों एवं छात्रों से उन्होंने स्वयं बात की तो सभी के कथन अलग अलग थे। कुलपति ने कहा कि इस संबंध में उन्होंने कुछ निर्णय लिये हैं। निर्णय लेने से पहले वह जांच कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। रिपोर्ट मिलते ही कार्रवाई की जाएगी।

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