Uttrakhand News :यहा नहाने के दौरान गंगा में डूबने से तीन युवकों की मौत,एक लापता
होली के दिन नहाने के दौरान गंगा में डूबने से तीन युवकों की मौत हो गई। जबकि एक अभी लापता चल रहा है। एसडीआरएफ का सर्च अभियान जारी है। होली के दिन अलग-अलग जगहों से हादसे की खबरें सामने आई हैं।
तपोवन क्षेत्र में गंगा में नहाते समय चार युवक डूब गए। जिनमें से दो युवकों के शव एसडीआरएफ ने बरामद कर लिए हैं। तपोवन क्षेत्र में साईं घाट पर नहाने के दौरान पैर फिसलने से निखिल (30) निवासी बठिंडा, पंजाब तेज बहाव की चपेट में आकर बह गया। वहीं निम बीच पर नहाते समय अक्षय (30) निवासी करनाल, हरियाणा भी गंगा की तेज बहाव की चपेट में आने से बह गया। दोनों युवक यहां अपने दोस्तो के साथ आए थे।
नीर गड्डू के समीप गंगा में नहा रहा युवक सुरेंद्र निवासी ग्वाल गांव टिहरी भी गहरे पानी में उतरने के कारण डूब गया। सुरेंद्र यहां एक कंपनी में कुक का काम करता था। वहीं शहर के मायाकुंड क्षेत्र में भी एक युवक की गंगा में डूबने से मौत हो गई।
बंगाली बस्ती ऋषिकेश निवासी वासुदेव राय (36) सोमवार देर शाम नाव घाट के समीप गंगा में नहाने गया था। इस दौरान वह गहरे पानी में डूब गया। सूचना पर मौके पर पहुंची जल पुलिस ने कुछ देर बाद वासुदेव राय को बाहर निकाला। उपचार के लिए उसे सरकारी अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एसडीआरएफ निरीक्षक कविंद्र सजवाण ने बताया कि विभिन्न स्थानों पर गंगा में नहाते समय युवकों के डूबने की घटनाओं पर तत्काल मौके पर पहुंच कर सर्च अभियान चलाया गया। सजवाण ने बताया कि सुरेंद्र व निखिल का शव गंगा से बरामद कर लिया गया है। दोनों शवों को मुनि की रेती पुलिस को सौंप दिया गया है। एसडीआरएफ अक्षय की तलाश में गंगा में सर्च अभियान चला रही है।
💠पिछले वर्ष भी हुई थी गंगा डूबने की घटनाएं
पिछले वर्ष होली के दिन 8 मार्च को तपोवन, लक्ष्मणझूला व अन्य स्थानों पर गंगा में डूबने की चार घटनाएं हुई थी। जिसमें एक महिला को बचा लिया गया था। एसडीआरएफ पीआरओ कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार शिवपुरी गंगा घाट पर नहाते समय देहरादून के दो छात्र बह गए थे। इसके अलावा लक्ष्मण झूला में पटना वाटर फॉल के समीप नहाते समय पैर फिसलने से एक युवक बह गया था।
💠घाटों पर तैनात थी जल पुलिस
सीओ नरेंद्र नगर अस्मिता ममगाईं ने बताया संवेदनशील घाटों पर जल पुलिस तैनात की गई थी। होली के दिन तपोवन क्षेत्र में हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचे थे। सुरक्षा की दृष्टि से 24 व 25 मार्च को राफ्टिंग भी बंद कराई गई थी। कुछ लोग नहाते नहाते गहरे पानी में उतर गए। जिससे यह घटनाएं हुई हैं।