Uttrakhand News :यहां हाईवे पर हुआ सड़क हादसा, ड्राइवर को आई नींद की झपकी,14 लोग घायल

हरिद्वार-देहरादून नेशनल हाईवे पर भानियावाला में सड़क हादसे में 14 लोग घायल हो गए। हादसा तब हुआ जब ओमिनी वैन के चालक को नींद की झपकी आ गई और वैन सड़क पर खड़े एक ट्राले से जा टकराई।
कोतवाली के वरिष्ठ उप निरीक्षक ईश्वर सैनी ने बताया कि घटना शनिवार की सुबह पांच बजे की है। जब भानियावाला में एक बड़ा ट्राला (बड़ा ट्रक) मार्ग के किनारे खड़ा हुआ था। तभी हरिद्वार की ओर से आ रही ओमनी वैन ने उसे ट्राले में पीछे से टक्कर मार दी। जिससे वेन के परखच्चे उड़ गए और वाहन में सवार लोग चीखने चिल्लाने लगे।
💠उन्होंने बताया कि वाहन में कुल 14 लोग सवार थे।
दुर्घटना के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। जिसके बाद स्थानीय सभासद बलविंदर सिंह ने घटना की सूचना पुलिस व 108 आपातकालीन सेवा में की। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर वाहन में फंसे लोगों को बाहर निकाला और उन्हें अस्पतालों में एंबुलेंस के जरिए भेजा गया। जहां कई लोगों का उपचार चल रहा है। वहीं ड्राइवर के वेन के अंदर बुरी तरह फस जाने पर एसडीआरएफ कर्मियों को भी मौके पर बुलाया गया। जिसके बाद ड्राइवर को निकाल कर अस्पताल पहुंचाया गया है।
💠घायल हुए लोगों के नाम
घायलों में चालक गुड्डू (35 वर्ष) पुत्र राम अवतार, जागेश्वर (38 वर्ष) पुत्र रामपाल, रीना (31 वर्ष) पत्नी जागेश्वर, कुंवर सेन (30 वर्ष) पुत्र रामपाल, आरती (20 वर्ष) पत्नी कुंवर सेन, प्रिंस (07 वर्ष) पुत्र जागेश्वर, अंश (03 वर्ष) पुत्र जागेश्वर, रौनक (01 वर्ष) पुत्र कुंवर सभी निवासी भगोतीपुर थाना डोलियाकला, जिला पीलीभीत, हंस कुमार (55 वर्ष), प्रेमवती (33 वर्ष) पत्नी भगवान दास, चंद्र मोहन (35 वर्ष), सविता (10 वर्ष) पुत्री भगवान दास, शिवम (12 वर्ष) पुत्र चंद्र सेन, रजनी (08 वर्ष) पुत्री चंद्र सेन सभी निवासी रमपुरिया जिला पीलीभीत उत्तर प्रदेश शामिल हैं। जिनमें जहां वेन चालक की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
💠ड्राइवर के नींद में आने से हादसे की संभावना
दुर्घटना का कारण प्रथम द्रष्टया ड्राइवर का लंबे समय से वाहन चलाते रहने के चलते नींद की झपकी आना प्रतीत हो रहा है। उन्होंने बताया कि सभी घायलों को हिमालयन अस्पताल, ऋषिकेश एम्स व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोईवाला में पहुंचा दिया गया है। उन्होंने बताया कि यह सभी लोग दीपावली की छुट्टियों में अपने घर गए हुए थे। इनमें से कई लोग देहरादून के सेलाकुई में स्थित एक निजी कंपनी में कार्य करते है। जो छुट्टियों के बाद अपने कार्य के लिए देहरादून वापस आ रहे थे।