Uttrakhand News :12 घंटे की मशक्कत के बाद खुला गंगोत्री हाईवे,एनडीआरएफ ने रोप लगाकर कांवड़ यात्रियों को निकाला सुरक्षित

बिशनपुर में बोल्डर और मलबा आने के कारण बुधवार सुबह गंगोत्री हाईवे बंद हो गया। इसके चलते पैदल कांवड़ यात्रियों के साथ ही कई वाहन हाईवे पर ही फंस गए। एनडीआरएफ ने बोल्डर और मलबे के बीच ही रोप लगाकर कांवड़ यात्रियों को सुरक्षित निकाला और फिर उनकी यात्रा सुचारू करवाई।
वहीं 12 घंटे की मशक्कत के बाद बीआरओ ने हाईवे खोला जिसके बाद वाहनों की आवाजाही भी सुचारू हो गई।
दरअसल, मंगलवार रात को जिले में जोरदार बारिश हुई। इसके चलते बुधवार सुबह नेताला, बिशनपुर और सैंज में मलबा और बोल्डर आने के कारण गंगोत्री हाईवे बंद हो गया। हालांकि बीआरओ ने नेताला और सैंज में करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद हाईवे पर वाहनों की आवाजाही शुरू करवा दी थी, लेकिन बिशनपुर में भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर आने के कारण हाईवे खोलने में मशक्कत करनी पड़ी। दोपहर तक जब हाईवे नहीं खुल पाया तो प्रशासन के निर्देश पर एनडीआरएफ के जवानों ने मोर्चा संभाला।
निरीक्षक त्रेपन रावत के नेतृत्व में मौके पर पहुंची टीम ने बिशनपुर में बोल्डरों और मलबे के बीच रस्सी बांधकर करीब 1000 से अधिक कांवड़ यात्रियों और अन्य राहगीरों को सुरक्षित पैदल आवाजाही करवाई। दोनों ओर पैदल आवाजाही पूरी होने के बाद बीआरओ की मशीनरी ने दोबारा हाईवे खोलने का काम शुरू किया।
करीब 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बुधवार शाम को बड़े और छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू करवाई गई। वहीं सुरक्षा को देखते हुए बिशनपुर में पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं।
वहीं दूसरी ओर यमुनोत्री हाईवे भी ओजरी डाबरकोट में मलबा आने के कारण सड़क तीन घंटे तक बंद रही। वहां पर एनएच निर्माण खंड विभाग ने मलबा हटाकर आवाजाही शुरू करवाई। हालांकि वहां पर लगातार बोल्डर गिरने का खतरा बना हुआ है।