Uttrakhand News :पहली बार ई-रिक्शे से महासू मंदिर पहुंचे विदेशी पर्यटक
शनिवार को स्थानीय ग्रामीणों के लिए एक नया अनुभव रहा। पहली बार ई-रिक्शे से महासू देवता के दर्शन को हनोल मंदिर पहुंचे विदेशी पर्यटकों को देखने के लिए लोग उत्साहित नजर आ
बताया जा रहा है कि ऋषिकेश से निकले विदेशी पर्यटक करीब दो सौ किलोमीटर लंबा सफर तय कर ई-रिक्शे से चलकर हनोल पहुंचे।
जौनसार-बावर के प्रसिद्ध महासू देवता मंदिर हनोल में प्रतिदिन सैकड़ो श्रद्धालु देवता के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। देवता के मंदिर में 18 व 19 सितंबर को आयोजित होने वाले परंपरागत जागरा मेले की तैयारी इन दिनों जोर-शोर से चल रही है।
शनिवार को पर्यटन नगरी हनोल में पहली बार ई-रिक्शे से चलकर विदेशी पर्यटकों के महासू मंदिर पहुंचने से रौनक आ गई। ई-रिक्शे से हनोल पहुंचे विदेशी पर्यटकों को देखने के लिए स्थानीय लोग काफी उत्साहित नजर आए। विदेशी पर्यटकों ने महासू मंदिर में दर्शन कर देवता से आशीर्वाद लिया।
मंदिर में कुछ देर ठहरने के बाद विदेशी पर्यटक ई-रिक्शे से वापस लौट गए। स्थानीय लोग विदेशी पर्यटकों के साथ अंग्रेजी भाषा में बोलचाल के कारण ज्यादा जानकारी नहीं ले पाए। सामान्य बातचीत में विदेशी पर्यटकों ने ऋषिकेश से ई-रिक्शे का स्वयं संचालन कर हनोल मंदिर पहुंचने की जानकारी दी।
ई-रिक्शे से आए विदेशी पर्यटकों को देखने के लिए मंदिर में ग्रामीणों की भीड़ जुटी। इस दौरान स्थानीय युवाओं ने विदेशी पर्यटकों के साथ सेल्फी व फोटो खिंचवाए। पहाड़ी मार्ग पर ई-रिक्शे का संचालन बहुत कम देखने को मिलता है। पछवादून के विकासनगर शहर को छोड़कर जौनसार-बावर में कहीं भी ई-रिक्शे का संचालन नहीं हो रहा। विदेशी पर्यटकों के मीलों दूर चलकर पहाड़ के ऊबड़-खाबड़ रास्ते से होकर ई-रिक्शे के जरिए हनोल मंदिर पहुंचने पर लोगों का उत्साह देखते ही बना।