Uttrakhand News :इन्वेस्टर समिट को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार को बताया कन्फ्यूज्ड,वेडिंग डेस्टिनेशन को लेकर उठाए बडे सवाल
इन्वेस्टर समिट को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस ने कहा सरकार इन्वेस्टर समिट साढ़े तीन लाख करोड़ के इन्वेस्टमेंट की बात छोड़कर अब वेडिंग डेस्टिनेशन का राग अलाप रही है.
💠जिससे साफ पता चलता है कि धामी सरकार कन्फ्यूज्ड है.
देहरादून: भारतीय जनता पार्टी ने इन्वेस्टर समिट में निवेश को लेकर हुए करार से कांग्रेस पार्टी को हत भ्रम और कंफ्यूज बताया है. वहीं, कांग्रेस पार्टी ने भी इस मामले पर पलटवार किया है. कांग्रेस ने समिट को लेकर सरकार को कन्फ्यूज्ड बताया. कांग्रेस ने कहा अब सरकार साढ़े तीन लाख करोड़ के एमओयू साइन किए जाने की बात ना करके वेडिंग डेस्टिनेशन की बात कर रही है.
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा अब भाजपा ने एक और शिगूफा छोड़ा है, निवेशकों उद्योगों और समिट में किए गए साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए के करार की कोई बात नहीं हो रही है बल्कि उत्तराखंड को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में उभारने की बात की जा रही है. उन्होंने कहा इससे पहले भी भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व से 13 जिलों में 13 डेस्टिनेशन जैसी कई कोरी घोषणाएं सुन चुके हैं, लेकिन उत्तराखंड के व्यंजनों के प्रति भाजपा का प्रेम साफ दिखाई दे रहा है. यहां की माताओं बहनों और युवाओं को रोजगार देने और उत्तराखंडी व्यंजनों को परोसने की जगह मुंबई के ताज को समिट में अनुबंधित किया गया, एक तरफ उत्तराखंड का पौष्टिक व्यंजन पूरी दुनिया में प्रचलित हो रहा है दूसरी तरफ उत्तराखंड के व्यंजनों को प्रचारित प्रसारित करने और यहां के लोगों को रोजगार देने की बजे मुंबई के ताज ग्रुप को बुलाया जा रहा है.
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने प्रदेश को वेडिंग डेस्टिनेशन बनाए जाने की सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य वेडिंग डेस्टिनेशन तब बनेगा जब यहां इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध होंगे, यहां बड़ी संख्या में नामी गिरामी लोगों के अतिथि पहुंचेंगे, तब उनके ठहरने की की क्या व्यवस्थाएं होंगी? वेडिंग के बाद होने वाली गंदगी के निस्तारण की क्या व्यवस्थाएं होंगी? वेडिंग डेस्टिनेशन बनाए जाने के बाद पर्यावरण को कितना नुकसान पहुंचेगा?
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा अब धामी सरकार वेडिंग डेस्टिनेशन का राग अलाप रहा है, निवेशक और उद्योगों पर सरकार ने चुप्पी साध ली है. उन्होंने कहा इससे साफ पता चलता है कि सरकार इन्वेस्टर समिट को लेकर पूरी तरह से कन्फ्यूज्ड है.