Uttrakhand News :मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को गांवों के सुनियोजित विकास के लिए प्रत्येक विकासखंड में पांच-पांच आदर्श गांवों बनाने के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को गांवों के सुनियोजित विकास के लिए प्रत्येक विकासखंड (ब्लाक) में पांच-पांच आदर्श गांवों बनाने के निर्देश दिए। कहा, देश के शीर्ष 100 आदर्श गांवों की श्रेणी में उत्तराखंड के 10 गांवों शामिल होने चाहिए।
इसके लिए उन्होंने गांवों के समग्र विकास के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने को कहा।
मुख्यमंत्री राज्य सचिवालय में पंचायती राज विभाग की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने पंचायत भवनों के निर्माण की राशि 10 लाख रुपये से बढ़कर 20 लाख करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांवों के विकास के लिए पंद्रहवें वित्त आयोग से राज्य को प्राप्त धनराशि का योजनाबद्ध तरीके से उपयोग किया जाए। स्वच्छता, कूड़ा निस्तारण पर विशेष ध्यान दिया जाए।
कहा, यह सुनिश्चित किया जाए कि गांवों के विकास के लिए जो भी योजनाएं बनाई जाएं, धरातल पर पहले उसका आकलन हो जाए। सभी ग्राम पंचायतों में कंप्यूटर और हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी की व्यवस्था की जाए। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा, गांवों के विकास के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार को बढ़ावा दिया जाए। कहा, ग्राम पंचायतों में हो रहे कार्यों की वरिष्ठ अधिकारी नियमित मॉनिटरिंग करें। उन्होंने सभी पंचायतों की परिसंपत्तियों की जीआईएस मैपिंग करने के निर्देश दिए.
💠’ग्राम चौपालों में जाएं वरिष्ठ अधिकारी’
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि गांवों में होने वाली चौपालों में शासन के वरिष्ठ अधिकारी और जिलों में जिलाधिकारी शामिल हों। ग्राम पंचायतों के प्रबुद्धजनों के साथ बैठक कर गांवों की विकास योजनाओं पर कार्य किया जाए। ग्राम सभाओं के स्थापना दिवस उत्सव के रूप में मनाए जाएं। स्थापना दिवसों में संबंधित गांवों के प्रवासी लोगों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जाए।
💠’पर्वतीय शैली के हों पंचायत भवन’
कहा, ग्राम पंचायतों में जो पंचायत भवन बनाए जा रहे हैं, वे पर्वतीय शैली में हों। इनमें उत्तराखंड की विरासत की झलक हो। पंचायत भवनों के लिए उचित स्थलों का चयन किया जाए, ताकि उनका ग्राम पंचायतों में पूर्णतया उपयोग हो सके।
💠’गांवों में सड़क के साथ नालियां भी बनें’
सीएम ने कहा, गांवों में सड़क निर्माण के समय नालियां भी बनाई जाएं, ताकि जल निकासी की समस्या न हो। ग्राम पंचायतों में ओपन जिम और पार्कों की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। सीएम ने निर्देश दिए कि सेना और अर्द्धसैन्य बलों के शहीदों के नाम पर उनके गांवों में द्वार, स्कूल और पंचायत भवनों के नाम रखे जाएं और गांवों में शिलापटों पर शहीदों के नाम अंकित करने की व्यवस्था बनाई जाए।