‘श्रीअन्न’ महोत्सव – गरीबों का भाेजन मोटा अनाज आज अमीरों की पसंद हो गया है- सीएम पुष्कर सिंह धामी

ख़बर शेयर करें -

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सशक्त नेतृत्व से आज विश्व में ‘श्रीअन्न’ की स्वीकार्यता बढ़ी है। एक समय यह गरीबों का भोजन माना जाता था, लेकिन आज यह अमीरों की पसंद वाला भोजन बन गया है। मुख्यमंत्री शनिवार को सर्वे ऑफ इण्डिया, हाथीबड़कला, स्थित सर्वे ग्राउंड में चार दिवसीय ‘श्रीअन्न’ महोत्सव के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे। 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चिकित्सक भी बीमारियों को भगाने के लिए ‘श्रीअन्न’ खाने की सलाह दे रहे हैं। कहने का मतलब कि बीमारियों को दूर भागने का रास्ता मोटे अनाज हैं। यह किसानों के लिए भी बहुत लाभकारी होगा। यह महोत्सव 16 मई तक चलेगा। इस महोत्सव में प्रदेश भर के किसान शामिल हुए हैं। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, राज्य के कृषि मंत्री गणेश जोशी भी मौजूद रहे। 

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड सरकार मिलेट्स की खेती को प्रोत्साहन देने का काम करेगी। देश के अग्रणी राज्य में शुमार होने के साथ मिलेट्स में अग्रणी हो, इसके लिए काम किया जाएगा। राज्य में प्राकृतिक खेती की जा रही है। वर्ष 2023 मिलेट्स वर्ष मनाया जा रहा है। यह ‘श्री अन्न’ महोत्सव कारगर होगा। होटलों में ‘श्री अन्न’ मिले, इसके लिए सरकार प्रयासरत हैं। लोकप्रिय और त्योहारों में ‘श्रीअन्न’ को शामिल करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ‘श्रीअन्न’ को घर-घर का अन्न बनाने का संकल्प लेकर महोत्सव से जाएं। यह महोत्सव अपने उद्देश्य में निश्चत ही सफलता प्राप्त करेगा।

 

उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि मोटे अनाजों की उत्तराखंड राजधानी रही है। उत्तराखंड की तरह उत्तर प्रदेश भी इस तरह के आयोजन कर मिलेट्स की खेती को बढ़ावा देने के लिए काम करेगा। मिलेट्स की पौष्टिकता स्वस्थ्य शरीर के लिए उपयोगी है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड मिलकर मिलेट्स अनाजों को बढ़ावा देने के लिए देश ही नहीं विदेशों में राष्ट्र और राज्य को ऊंचाइयां देने के लिए काम करेंगे। 

 

इस मौके पर कृषि और कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र के विशेष पहल आज मिलेट्स अनाज के प्रति लोगों का रुझान बढ़ने लगा है। कृषि की ओर नौजवान आ रहे हैं। राज्य के बजट में 73 करोड़ का प्रावधान किया है। राज्य में कृषि भूमि का भले क्षेत्रफल घटा है, लेकिन उत्पादन बढ़ना खुशी का विषय है। सरकार वर्ष 2025 तक मिलेट्स उत्पाद को दोगुना करने का लक्ष्य को लेकर काम कर रही है। राज्य में 50 हजार स्वयंसेवी समूह में 4 लाख 37 हजार बहनें जुड़ी हैं। ये बहनें किसानों से एमएसपी पर मडुवा खरीदेंगी। इसके लिए सरकार उनको मदद कर रही है। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *