धारा 370हटाने के बाद से जम्मू और कश्मीर में पहला बड़ा इंटरनेशनल प्रोग्राम -जी 20 ये देश नहीं करेगा भागीदारी

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श्रीनगर  में 22से 24मई तक जी-20की बैठक होनी है. चीन ने शनिवार को इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया है. पहले बीजिंग के हिस्सा नहीं लेने की खबरें आ रही थीं.अब वहां के विदेश मंत्रालय ने ऑफिशल बयान जारी कर मीटिंग का बॉयकाट की पुष्टि की. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वैनबिन ने कहा, चीन विवादित क्षेत्र पर किसी भी प्रकार की जी-20बैठक का पूरी तरह से विरोध करता है.

 

 

 

भारत ने कहा- हम पूरी तरह से स्वतंत्र चीन के इस बयान पर भारत ने आपत्ति जताई है. भारत ने पड़ोसी देश को जवाब देते हुए कहा, वह अपने क्षेत्र में बैठकें आयोजित करने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र है. इससे पहले मार्च में जब अरुणाचल प्रदेश में जी-20मीटिंग आयोजित की गई थी. तब भी चीन ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया था, तब पाकिस्तान ने चीन के इस बॉयकाट का समर्थन किया था.

 

 

 

 

 

 

एक महीने पहले चीन-पाक ने उठाया था कश्मीर मुद्दाकश्मीर में जी-20बैठक के विरोध में चीन और पाकिस्तान हर बार साथ खड़े नजर आए. इस महीने की शुरुआत में, चीन और पाकिस्तान दोनों ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए लंबे समय से चल रहे कश्मीर विवाद मुद्दे को उठाया था.

 

 

 

 

 

पाकिस्तान के बचाव में उतरते हुए चीन ने कहा था, ‘भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर विवाद काफी समय से अटका हुआ है और किसी भी एकतरफा कार्रवाई से बचते हुए इसे संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार हल किया जाना चाहिए.’

 

 

 

 

तुर्की और सऊदी अरब ने भी नहीं कराया रजिस्ट्रेशन एक तरफ जहां चीन और पाकिस्तान इस बैठक से दूरी बना रहे. वहीं कुछ देश और हैं जिन्होंने मीटिंग में शामिल होने की रजामंदी नहीं दी. मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि चीन के अलावा तुर्की और सऊदी अरब ने भी श्रीनगर में जी20टूरिज्म ग्रुप की बैठक में हिस्सा लेने के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है. रजिस्ट्रेशन की आखिरी डेट 22मई है.धारा 370हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बड़ी बैठक

 

 

 

 

 

 

तुर्की और सऊदी अरब दोनों OIC के सदस्य हैं. ये देश पाकिस्तान की तरह जम्मू-कश्मीर में कथित मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए भारत पर आरोप लगाते रहे हैं. हालांकि, तीन G20सदस्य देशों की अनुपस्थिति को G20बैठक की मेजबानी करने के भारत के निर्णय के संदर्भ में तीन देशों द्वारा एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि अगस्त 2019में धारा 370हटाने के बाद से जम्मू और कश्मीर में पहला बड़ा इंटरनेशनल प्रोग्राम है.

 

 

 

 

100डेलीगेट्स के हिस्सा लेने की उम्मीद श्रीनगर में G20टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की तीसरी बैठक में लगभग 100डेलीगेट्स के भाग लेने की उम्मीद है. इससे पहले 24मई को G20प्रतिनिधियों की बैठक स्की रिसॉर्ट गुलमर्ग में होने वाली थी. बाद में इसे बदल दिया गया. एक सीनियर ऑफिसर के मुताबिक, वेन्यू में बदलाव सिक्योरिटी नहीं बल्कि कुछ अन्य कारणों के चलते किया गया था.

 

 

 

 

 

श्रीनगर में 22 से 24 मई को होने वाली G20 मीटिंग को लेकर कश्मीर में हाई अलर्ट है. G20 की यह बैठक श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (SKICC) में होगी. इसमें करीब 100 डेलीगेट्स हिस्सा लेंगे. मीटिंग के मद्देनजर यहां हवा, पानी और जमीन सब जगह स्पेशल फोर्सेस की चौकस नजर है. भारतीय सेना के साथ ही BSF, CRPF, SSB और जम्मू-कश्मीर पुलिस को भी तैनात किया गया है.

sources by social media

 

 

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