उत्तराखंड इकलौते पुत्र की मौत उपरांत न्याय के लिए भटक रहा परिवार

उधम सिंह नगर जनपद के नानकमत्ता निवासी सुखदेव सिंह राना का परिवार अपने इकलौते पुत्र की मौत के बाद पिछले दो माह से न्याय के लिए भटक रहा है।
अपने पुत्र की हत्या की आशंका के बाद 5 लोगों पर नाम दर्ज रिपोर्ट लिखाए जाने के बाद पुलिस द्वारा अभी तक कार्रवाई न किए जाने से आहत परिवार ने मीडिया के समक्ष पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।
15 अप्रैल 2023 को इकलौते बेटे राहुल राणा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद लगातार बीते 2 माह से नानकमत्ता के सलमत्ता ग्राम निवासी सुखदेव सिंह राणा अपनी दो बेटियों के साथ न्याय हेतु थाने- थाने भटक रहे है।
बेटे की मौत के बाद खटीमा चंपावत वह चोरगलिया थाने में चक्कर लगाने के बाद जहां अंत में बेहद मुश्किल से उनके बेटे की संदिग्ध मौत पर चोरगलिया थाने में पुलिस द्वारा रिपोर्ट लिखी गई। वही नानकमत्ता के नौगजा पूरनगड़ ग्राम निवासी पांच लोगो के खिलाफ राहुल की हत्या की नामजद रिपोर्ट लिखाए जाने के बावजूद भी पुलिस द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
जिससे पीड़ित परिवार बेहद आहत है। इस पूरे मामले में मृतक राहुल राणा के पिता सुखदेव राणा व उनकी बहन प्रतिमा का कहना है कि 15 अप्रैल 2023 को राहुल अपने मोबाइल को सही कराने खटीमा आया था। वही घर न पहुंचने पर उनके द्वारा जब फोन करके राहुल से पूछा गया तो राहुल ने बताया कि वह अपने साथ के लड़कों के साथ ब्यान धूरा मंदिर मार्ग के कुमिया नाला घुमाने ले गए है।
इसके बाद उनके पास शाम को फोन आता है कि राहुल गंभीर अवस्था में खटीमा के नागरिक अस्पताल में भर्ती है। जब वह नानकमत्ता से खटीमा के नागरिक अस्पताल पहुंचते हैं तो राहुल मृत अवस्था में मोर्चरी में पढ़ा था। राहुल के सिर, पैर सहित तमाम स्थानों पर चोट के निशान थे, लेकिन उन्हें बताया गया कि राहुल की नाले में डूबने से मौत हो गई।
जबकि उसके शरीर की चोटों को देखकर साफ जाहिर हो रहा था कि राहुल की मारपीट करने के बाद हत्या की गई है। उक्त मामले में खटीमा थाने में 17 अप्रैल को तहरीर उनके द्वारा दी गई थी। लेकिन 10 से 15 दिन पुलिस द्वारा घुमाने के बाद उन्हें बताया गया कि उक्त मामला चंपावत जनपद थाना क्षेत्र का है,
चंपावत जिले के थाने में पहुंचने पर चंपावत पुलिस ने भी उक्त मामले को अपने क्षेत्र का ना होना कहकर चोरगलिया थाने भेज दिया। बमुश्किल चोरगलिया थाना पुलिस ने उनका मुकदमा तो दर्ज किया लेकिन अभी तक नाम दर्ज पांचों आरोपियों के खिलाफ पुलिस द्वारा कोई भी एक्शन नहीं लिया जा रहा है। जबकि उन्हें सिर्फ कार्रवाई का आश्वासन दिया जा रहा है।जबकि उनका परिवार दो माह से लगातार न्याय हेतु भटक रहा है।
सुखदेव सिंह ने अपने पुत्र की मौत के मामले में पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। साथ ही पुत्र की हत्या के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भी उन्होंने निवेदन किया है।जबकि पुलिस की निष्क्रिय के चलते आरोपियों ने घटना स्थल पर में मृतक के कपड़े,जूते व खाना तक जला दिया है।
बहरहाल 18साल के अपने इकलौते बेटे को खोने के बाद नानकमत्ता निवासी सुखदेव राणा व उनका परिवार पर अचानक दुखों का पहाड़ टूट पड़ा,वही अब न्याय की उम्मीद में लगातार थाने के चक्कर लगा रहा पीड़ित परिवार लगातार पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहा है।लेकिन पुलिस की कार्यप्रणाली से आहत न्याय की उम्मीद लगा रहा पीड़ित परिवार बेहद दुखी है। अब देखना होगा कि पीड़ित परिवार को आखिर कब तक न्याय मिल पाता है।