बगेश्वर के रामप्रसाद टम्टा का हुआ निधन
पूर्व कैबिनेट मंत्री राम प्रसाद टम्टा नहीं रहे। वह 75 वर्ष के थे। लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बागेश्वर से इलाज के लिए उन्हें डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय लाया गया था।
बताया जा रहा है कि उन्हें हार्ट अटैक पड़ा था और किडनी भी फेल हो चुकी थी। इसके बाद निजी अस्पताल रेफर किया गया था। वहां पहुंचने तक उन्होंने दम तोड़ दिया। उनके परिवार में चंद्रकांत के अलावा छोटा बेटा अभिलेख, पत्नी मुन्नी देवी व तीन बेटियों समेत भरा-पूरा परिवार है। उनके निधन से शोक की लहर दौड़ गई। उनके बेटे ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार आठ मई को गांव में ही होगा।
पूर्व मंत्री के दो बेटे हैं। उनकी पत्नी मुन्नी देवी हैं। उनके बड़े पुत्र चंद्रकांत टम्टा नगर पालिका में जेई के पद पर तैनात हैं। जबकि छोटा बेटा अभिलेख टम्टा तांबे के बर्तनों की दुकान चलाते हैं। उनकी तीन बेटियां हैं। उनकी शादी हो गई है
1993 में पहली बार उप्र. में विधायक बने। उत्तराखंड राज्य बनने के बाद 2002 में विधायक बने और समाज कल्याण मंत्री रहे। 2007 से 2012 तक कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा और हार गए।2017 में उनका टिकट कट गया। बालकृष्ण को टिकट मिलने पर भाजपा शामिल हो गए। वह 49 साल कांग्रेस में रहे।