मंत्री अग्रवाल के इस्तीफे की मांग पर बोले पूर्व सीएम, कहा नैतिक आधार पर लेना चाहिए निर्णय
मंत्री अग्रवाल के इस्तीफे की मांग पर बोले पूर्व सीएम, कहा नैतिक आधार पर लेना चाहिए निर्णय
विधानसभा बैक डोर भर्ती मामले में भले ही विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने साल 2012 से अभी तक, बैक डोर से हुई सभी भर्तियों को निरस्त कर दिया हो लेकिन अभी भी युवा और विपक्षी दल तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल के इस्तीफे की मांग कर रहे है। यही नहीं, इस दौरान चर्चाओं ने भी तूल पकड़ा था कि कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, मंत्री पद से हटाए जा सकते हैं।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि यह व्यक्ति – व्यक्ति पर निर्भर करता है। हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष भी एक व्यक्ति हैं।
साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ये विषय उनके विवेक पर इसे छोड़ा जाना चाहिए। साथ ही कहा कि कहीं भी कानून में ऐसा नहीं लिखा है कि किसी नेता के कार्यकाल में कुछ हुआ हो तो उसको इस्तीफा दे देना चाहिए बल्कि उन्हें अपने नैतिक आधार पर निर्णय लेना चाहिए।
हालांकि, जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि नियम के तहत नियुक्तियां नहीं हुई है जिसके चलते कार्यवाही की जा रही है। विधानसभा बैक डोर भर्ती में जो नियुक्तियां हुई हैं आधे से ज्यादा नियुक्तियां कांग्रेस के समय में हुई है
हालांकि कांग्रेस के नेता अलग-अलग बयान दे रहे हैं ऐसे में कांग्रेस को चाहिए कि वह पहले एकजुट हो जाएं उसके बाद कोई राय दें ताकि उनके सुझाव पर सरकार ध्यान दे सके।