दुःखद :सरहद पर शहीद हुए राइफलमैन शैलेंद्र,पूरे गांव में शोक की लहर
भारत- चीन सीमा पर पेट्रोलिंग के दौरान सेना के जवान का ग्लेशियर से पैर फिसलने से बलिदान हो गया।बलिदानी 28 वर्षीय शैलेंद्र विकास खंड चिन्यालीसौड़ के कुमराड़ा गांव के निवासी थे।
🔹पेट्रोलिंग ड्यूटी के दौरान हुई घटना
शैलेंद्र गढ़वाल राइफल के गढ़वाल स्काउट में जोशीमठ में तैनात थे। सोमवार को शैलेंद्र के परिवार को आर्मी के अधिकारी ने बताया कि शैलेंद्र की गोल्डुंग पोस्ट नीती के पास बॉर्डर पर पेट्रोलिंग ड्यूटी के दौरान हुए बलिदान की जानकारी दी।उन्होंने बताया कि शैलेंद्र पेट्रोलिंग के लिए साथियों के साथ जा रहा था तो अचानक उसका पैर फिसल गया है। वह ग्लेशियर की पहाड़ी से गिर गया, जब तक उसको निकाला गया, तब शैलेंद्र का बलिदान हो चुका था।
🔹घर का इकलौता चिराग था शैलेंद्र
शैलेंद्र के मामा ओम प्रकाश ने बताया कि 2 महीने पहले ही बलिदानी शैलेंद्र के पिता कृपाल सिंह कथैत की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। शैलेंद्र 22 नवंबर को छुट्टी काट कर गया था। वह यह कह कर गया था कि नया मकान बनाना है। उन्होंने बताया कि शैलेंद्र के 2 बच्चे है। जिनमें एक 4 साल का है और दूसरा डेढ़ साल का है।
🔹सैनिक सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
शैलेंद्र के शहीद होने पर जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण सहित ग्राम प्रधान कुमराडा विनोद पुरसोडा, पूर्व प्रमुख विजेंद्र रावत,पूनम रमोला,शीशपाल रमोला ने शोक व्यक्त किया है।परिजनों ने बताया कि सैनिक का अंतिम संस्कार बुधवार को उनके पैतृक घाट कुमराड़ा में सैनिक सम्मान के साथ किया जाएगा।