इतना बड़ा मेडिकल कॉलेज पर पानी के कारण मरीजों को किया जा रहा है रेफर
कुमाऊँ भर के मरीजों को मेडिकल की सुविधा मिले इसके लिए अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज को बनाया गया हैं मेडिकल कॉलेज को शुरू तो कर दिया गया हैं पर अभी भी यहाँ मूलभूत समस्यओं का समाधान नही हो पाया हैं अभी भी मरीजों को रेफर किया जा रहा है
अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के बेस अस्पताल समेत आवासीय परिसर में एक पखवाड़े से पेयजल किल्लत बनी है। पानी की किल्लत के चलते दो मरीजों को जिला अस्पताल से रेफर कर दिया गया।
पेयजल संकट के कारण मरीजों, तीमारदारों, डॉक्टरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के बेस अस्पताल समेत आवासीय परिसर में लंबे समय से पानी की किल्लत बनी हुई है।
पानी की किल्लत के चलते रविवार को बेस अस्पताल में भर्ती गर्भवती दीपा तिवारी के अलावा ममता जोशी को जिला अस्पताल रेफर किया गया। अस्पताल के आवासीय परिसर में भी पानी की नियमित आपूर्ति नहीं हो रही है। जल संस्थान की ओर से टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति की जा रही है लेकिन ये पानी भी कम पड़ रहा है। पेयजल संकट के चलते शौचालयों में गंदगी बढ़ रही है।
बेस अस्पताल में पानी की किल्लत के चलते मरीजों और आवासीय परिसर में रहने वाले स्टाफ को दिक्कतें हो रही है। जल संस्थान की ओर से टैंकरों से पानी भेज रहा है। इस संबंध में संबंधित विभाग को अवगत कराया है। पेयजल आपूर्ति जल्द बहाल होने की उम्मीद है।
-प्रो. सीपी भैसोड़ा, प्राचार्य मेडिकल कालेज अल्मोड़ा
सल्ट में दूर नहीं हुआ पेयजल संकट
मानिला (अल्मोड़ा)। मानिला-बरकिंडा पंपिंग पेयजल योजना ध्वस्त होने से सल्ट ब्लॉक दो दर्जन से अधिक गांवों में रविवार को भी पानी की आपूर्ति ठप रही। हालिया बारिश में ध्वस्त हुई मानिला-बरकिंडा पंपिंग योजना एक सप्ताह से जलापूर्ति नहीं हो रही है। मानिला क्षेत्र के सकनणा, डभरा, भटोली, नैल, कनगड़ी,संसारी, सीमा, रिषटना, इडाकोट सहित कई गांवों में पानी की आपूर्ति ठप पड़ी है। ग्रामीण एक से दो किमी दूर प्राकृतिक जल स्रोतों और नौलों से पानी ढो रहे हैं। ग्रामीणों का अधिकांश समय परिवार और मवेशियों के लिए पानी जुटाने में ही बर्बाद हो रहा है।